अलवर। डॉ.अनुराग गोविल का कहना है कि कोविड काल में यह धारणा फैलाई जा रही है कि वाइन पीने से कोराना नहीं होगा, यह बेहद गलत धारणा है इसे किसी भी स्तर पर बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोराना का वायरस आपके फेफडों पर असर करता है और वाइन आपके लीवर पर असर करती है, ऐसे में कोरोना और वाइन को एक साथ जोडऩा गलत है। डॉ. गोविल ने कहा कि कोरोना वायरस आंत,लीवर, पेनक्रियाज में दिक्कत पैदा कर सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना की दवाईयों के कारण व्यक्ति की डायबिटिज में बढोतरी हो सकती है। इसे इंसुलिन से कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन डॉक्टर की सलाह पर ही इलाज करें,स्वयं खुद के डॉक्टर नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस काल में सभी को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। बैलेंस डाइट रखनी चाहिए। फाइबर युक्त भोजन करना चाहिए और खाने में लंबा अंतर नहीं रखना चाहिए। यह केवल कोरोना काल ही नहीं नॉर्मल कंडीशन में लोगों को ध्यान रखना है। डॉ. अनुराग गोविल मंगलवार को रेड अलर्ट पखवाड़ा अवधि में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत अलवर पुलिस, यूनिसेफ राजस्थान, राज्य बाल संरक्षण आयोग, सरदार पटेल पुलिस यूनिवर्सिटी, राजीविका-ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन अलवर, एलएआरसी और संप्रीति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ऑनलाइन श्रंखला ‘पूछें डॉक्टर से’ में ऑनलाइन दर्शकों और श्रोताओं की समस्याओं का समाधान कर रहे थे। इस सत्र के दौरान लोगों ने डॉ. गोविल से पेट, आहार, लीवर रोग और आंतों से संबंधित रोग और लक्षणों के बारे में पूछा और डॉक्टर की राय जानी।
डॉ.गोविल ने कहा कि कोविड की वजह से पेनक्राइटिस बीमारी हो सकती है। कोराना की दूसरी लहर में बच्चों में भी कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। ग्रेस्टोइंट्रोलॉजिस्ट डॉ. अनुराग गोविल का कहना है कि यह आम धारणा है कि चाय पीने से एसिडिटी होती है। डॉ गोविल के अनुसार सुबह शाम तक अगर चाय पी जाए तो उसमें जो एंटी ऑक्सीडेंट हैं वो आपको फायदा देंगे लेकिन अगर आप चाय बहुत ज्यादा लेंगे तो नुकसान ही देंगे। डॉ.गोविल ने कहा कि कोरोना काल में लोग ज्यादा से ज्यादा नींबू पानी ले रहे हैं। नींबू पानी लेना गलत नहीं है। नींबू में पोटेशियम होता है यह आपको फायदा देगा। डॉ. गोविल ने यह स्पष्ट किया की शरीर में गैस बनाना बीमारी नहीं है वरन शरीर में गैस नहीं बनना बीमारी है।
पुलिसकर्मियों को सलाह: डॉ. अनुराग गोविल प्रदेश के पुलिसकर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस जनसुरक्षा पखवाड़े सहित कोरोना काल में पुसिलकर्मी भी डॉक्टरों की तरह मुस्तैद हैं। उनकी सर्विस और सेवा की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि चूंकि पुलिसकर्मी नाकों पर और सड़कों पर धूप में रहते हैं तो उन्हें अपने शरीर को पूरा कवर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि धूप में खड़े सभी पुलिसकर्मियों को पानी या नींबू की शिकंजी का सेवन अधिक से अधिक रना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए की किसी भी तरह से वे डिहाइड्रेशन का शिकार नहीं हो। सत्र के अंत में अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने डॉ.गोविल को धन्यवाद ज्ञापित किया।
बनस्थली की साइक्लोजी विभागाध्यक्ष डॉ.संतोष मीणा और यूनिसेफ की फील्ड ऑफिसर मंजरी पंत आज होंगी ऑनलाइन गेस्ट: बुधवार को रेड अलर्ट पखवाड़ा अवधि में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत अलवर पुलिस, यूनिसेफ राजस्थान, राज्य बाल संरक्षण आयोग, सरदार पटेल पुलिस यूनिवर्सिटी, राजीविका-ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन अलवर, एलएआरसी और संप्रीति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ऑनलाइन श्रंखला ‘पूछें डॉक्टर से’ सीरीज के तीसरे दिन विभागाध्यक्ष डॉ.संतोष मीणा और यूनिसेफ की फील्ड ऑफिसर मंजरी पंत आज होंगी ऑनलाइन गेस्ट होंगी। डॉ मीणा और मंजरी पंत कोविड काल में बदलती मानसिकता, परिदृश्य और चाइल्ड साइक्लोजी जैसे विषयों पर बात करेंगी।