शिक्षा को गुणवत्तापूर्वक बनाने में राज्य सरकार ने उठाए हैं महत्वपूर्ण कदम

0
244

अलवर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री टीकाराम जूली ने रविवार को अलवर शहर में स्थित होटल स्वरूप विलास में अलवर मेवात शिक्षा एवं विकास संस्थान की ओर से चयनित 29 बालक-बालिकाओं को 25-25 हजार रूपये के छात्रवृति चेक वितरित किए तथा 5 सरकारी विद्यालयों को शिक्षण सामग्री की डिजीटल किट (क्वान) भेंट किए।पूर्व केन्द्रीय मंत्री भंवर जिेतेन्द्र सिंह ने कहा कि एमिड संस्था ने मेवात क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का शिक्षा पर विशेष जोर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रत्येक बालक को निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्वक शिक्षा प्रदान करने के संकल्प के साथ उन्हें जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही बदलाव का माध्यम है। बेटियों को सरकार एमिड संस्था प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही है यह सराहनीय है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों के साथ आमजन से यह आह्वान किया कि कम से कम पांच वंचित बालक-बालिकाओं को शिक्षा से जोडने का शुभ कार्य करें।
मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को बढावा देने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन साल में 160 नए कॉलेज खोले हैं तथा अब तो प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करने का निर्णय लिया गया है। 5 हजार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले जा रहे हैं। बेटियों को उच्च शिक्षा निःशुल्क प्रदान की जा रही है। छात्रवृति, साइकिल, पाठय पुस्तकें, मिड डे मील तथा बडी संख्या में स्कूटियों का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्था से जुडे बालक-बालिकाओं को सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के छात्रावासों में निःशुल्क आवास एवं भोजन की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि एमिड संस्था द्वारा मेवात क्षेत्र में अंधेरे में शिक्षा का चिराग जलाकर शिक्षा का प्रकाश फैलाया है।अलवर मेवात शिक्षा एवं विकास संस्थान के नूर मोहम्मद ने संस्था के गठन से अब तक की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि एमिड संस्था के साथ मिलकर मेटसो इंडिया एवं प्लान इंडिया के द्वारा मॉडल स्कूल परियोजना चलाई जा रही है जिससे मेवात क्षेत्र के स्कूलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इनके सहयोग से प्रतिभावान एवं जरूरतमंद बालकों का चयन कर 25-25 हजार रूपये की छात्रवृतियां दी जा रही है। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में करीब 50 लाख रूपये की लागत से नया आईसीयू बनवाया गया है तथा कोविड के कठिन दौर में संस्था के द्वारा भोजन वितरण के साथ चिकित्सकीय उपकरणों की व्यवस्था में सहयोग कर सामाजिक सरोकार को निभाया गया है। उन्होंने मांग की कि कक्षा 9 से 12वीं तक बालिकाओं से लिया जाने वाला विकास शुल्क भी राज्य सरकार समाप्त करे बालिकाओं की शिक्षा का मार्ग प्रशस्त हो सके। इस दौरान संस्था से छात्रवृति प्राप्त कर रहे लाभांवित बालक-बालिकाओं ने अपनी शिक्षा में संस्था द्वारा किए गए सहयोग से उनके आगे बढने के बारे में अवगत कराया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here