क्रॉपिंग पैटर्न बदलकर किसानों को बनाएं समृद्ध – मुख्यमंत्री

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बारां। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए जी-जान से जुटी है। उन्होंने कहा कि किसानों को समृद्ध बनाने के लिए उन्हें परम्परागत खेती से बाहर निकाल कर आधुनिक नवाचारों एवं तकनीक से जोड़ना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारां जिले में कृषि विपणन, पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य, भंडारण, कृषि प्रसंस्करण एवं कोल्ड चेन के विशेषज्ञों को साथ लेकर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में काम शुरू किया जाए। उन्होंने क्रॉपिंग पैटर्न की स्टडी कर वाणिज्यिक फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने और कृषि से जुड़े अन्य विकल्पों पर काम करने के लिए कहा। श्रीमती राजे मंगलवार को बारां में बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र के लोगों से जनसंवाद कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बारां जैसे जिलों में किसानों के लिए परम्परागत कृषि के अलावा कई ऎसी सम्भावनाएं हैं, जो उनका जीवन बदल सकती हैं। इसके लिए किसानों को इजराइल की तरह विशेषज्ञता हासिल कर कृषि में नए आइडिया और टेक्नोलॉजी का उपयोग करना होगा। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों के अधिक इस्तेमाल से बचते हुए अपनी जमीन के स्वास्थ्य को बचाए रखने का भी आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को जल का महत्व समझते हुए फव्वारा और बूंद-बूंद सिंचाई को अपनाना चाहिए। इससे सिंचाई के लिए उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग सम्भव हो पाता है। साथ ही सेम जैसी समस्याओं से भी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हाल ही में नीति आयोग की बैठक में भी माइक्रो-इरिगेशन पर फोकस किया गया है।

लाभार्थियों को स्कूटी-लैपटॉप वितरित
जनसंवाद कार्यक्रम से पहले श्रीमती राजे ने आमजन के अभाव अभियोग सुने। इसके बाद उन्होंने श्रमिक कल्याण योजनाओं, राजश्री योजना, पालनहार योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, उज्ज्वला योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को चैक एवं स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं दिव्यांगों को स्कूटी वितरित की।

पेयजल परियोजनाओं की धीमी गति पर जताई नाराजगी
श्रीमती राजे ने बारां और झालावाड़ जिले में चल रही पेयजल परियोजना की धीमी गति पर नाराजगी जताई और अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता को सख्त निर्देश दिए कि इन परियोजनाओं का काम निर्धारित समय में पूरा करें ताकि स्थानीय लोगों को इनका जल्द से जल्द लाभ मिल सके। उन्होंने इस सम्बंध में प्रमुख शासन सचिव जलदाय श्री रजत मिश्र से मोबाइल पर बात कर इन परियोजनाओं की गहन मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्रीमती राजे ने जिला प्रभारी मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा तथा जिला कलक्टर डॉ. सत्यपाल सिंह को भी बारां जिले से सम्बंधित योजनाओं का मौके पर जाकर निरीक्षण करने और नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए कहा।

जरूरतमंदों के लिए संजीवनी है बीएसबीवाई
जनसंवाद में मुख्यमंत्री ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना (बीएसबीवाई) के लाभार्थियों से चर्चा की। उन्होंने लाभार्थी ओमप्रकाश, दिनेश शर्मा, भीमराज, महावीर सुमन तथा भंवरी बाई से योजना का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री से लाभार्थियों ने कहा कि इस योजना के माध्यम से दुर्घटना से लेकर गम्भीर बीमारियों का इलाज सुविधापूर्वक और निशुल्क सम्भव हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीएसबीवाई गरीबों और जरूरतमंदों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। इस योजना से जहां प्रदेशभर में 21 लाख 50 हजार लोगों को 1400 करोड़ रूपये के क्लेम से लाभान्वित किया गया है। वहीं बारां-अटरू विधानसभा में लगभग 4 करोड़ रूपये के क्लेम से 30 हजार से अधिक लोगों का निःशुल्क इलाज हुआ है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गम्भीर बीमारियों का इलाज कराने वाले लाभार्थियों अमित, नितिश, फूली देवी और धीरज के परिजनों से फीडबैक लिया। उन्होंने राजश्री योजना की लाभार्थी महिलाओं से भी बातचीत की।

आपकी योजना से ही सच हुए तीर्थ के सपने
श्रीमती राजे ने कहा कि सरकार ने उम्रदराज लोगों के तीर्थ जाने के सपने को पूरा करने के लिए वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना शुरू की जिसका लाभ प्रदेशभर के 40 हजार लोग हवाई जहाज और विशेष रेल यात्राओं के माध्यम से ले चुके हैं। इनमें से करीब 1400 तीर्थ यात्री बारां जिले के हैं। मुख्यमंत्री ने योजना के लाभार्थी प्रभुलाल, सूरजमल, रामप्रसाद और भैरी बाई से यात्रा के अनुभव जाने, तो उन्होंने कहा कि रामेश्वरम और जगन्नाथपुरी जैसे तीर्थ के सपने केवल आपकी इस योजना से ही सम्भव हो सके हैं।

बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र में करीब 1400 करोड़ के विकास कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र में हमारी सरकार ने पिछले साढ़े 4 वर्ष में करीब 1400 करोड़ रूपए के विकास कार्य स्वीकृत किए हैं, जबकि पिछली सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में 434 करोड़ रूपए ही व्यय किए थे। हमने अटरू में नवीन राजकीय महाविद्यालय स्थापित करने तथा परवन-अकावद पेयजल परियोजना और कटावर में परवन नदी पर सुरक्षा दीवार निर्माण की स्वीकृति जारी की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण गौरव पथ के पहले दो चरणों में 13 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से 19 किलोमीटर लंबाई की 24 सड़कों के कार्य पूरे करवाए हैं। आठ करोड़ 63 लाख रूपए के तीसरे चरण में 6 सड़कों कार्य पूर्ण हो चुका है और 9 सड़कों का कार्य प्रगति पर है। वहीं 9 हजार 425 परिवारों को घरेलू बिजली कनेक्शन और 1 हजार 26 कृषि कनेक्शन जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना में 15 हजार 854 परिवाराें को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए हैं। राजश्री योजना में 7 हजार 559 बेटियों, पालनहार योजना में 3 हजार 120 बालक-बालिकाओं और शुभशक्ति योजना में 526 को लाभान्वित किया गया है। इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रभुलाल सैनी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबूलाल वर्मा, सांसद दुष्यंत सिंह, विधायक रामपाल, प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव सहकारिता अभय कुमार, शासन सचिव गृह रोहित कुमार, प्रबंध निदेशक राजफैड डॉ. वीना प्रधान, संभागीय आयुक्त केसी वर्मा, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी, पेंशनर्स, डॉक्टर, छात्र संगठन पदाधिकारी, सीए तथा व्यापारियों सहित अन्य प्रबुद्धजन उपस्थित थे।

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