जिला कलक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश, कहा-अधिक से अधिक लोगों को मिले शिविरों का लाभ
चूरू। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार 2 अक्टूबर से शुरू हो रहे प्रशासन गांवों के संग एवं प्रशासन शहरों के संग अभियान को लेकर अत्यंत गंभीर है और सभी एसडीएम एवं संबंधित विभाग इसके लिए समुचित ढंग से पूर्व तैयारी सुनिश्चित करें ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार इन शिविरों का अधिकतम लाभ आमजन को मिले।
जिला कलक्टर वर्मा शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी विभाग शिविरों में किए जाने वाले कार्यों का समुचित प्रचार-प्रसार करें तथा पूरी एक्सरसाइज कर लें। शिविरों में विभिन्न कार्यों, योजनाओं के जरूरी आवेदन, प्रपत्र वगैरह समुचित संख्या में तैयार करा लें। शिविरों के लिए अग्रिम दल एवं हैल्प डेस्क की समुचित व्यवस्था करें। इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट एवं सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से शिविरों का समुचित प्रचार करें ताकि लोग पूर्व से ही शिविरों में होने वाले काम के लिए अपने स्तर पर भी दस्तावेज आदि तैयार रखें। उपखंड स्तर पर विधायकगण सहित जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित करें ताकि ज्यादा बेहतर ढंग से शिविरों का क्रियान्वयन हो। उन्होंने शिविरों के दौरान सफलता की कहानियां तैयार करने के निर्देश दिए ताकि दूसरे लोगों को भी इससे योजनाओं की जानकारी मिले और अपने काम करवाने के लिए वे प्रेरित हों। शिविरों में कोविड प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह पालना सुनिश्चित करवाएं और बैठक व्यवस्था इसी तरह से करें कि कोविड संक्रमण की संभावना नहीं हो। शिविरों की दैनिक रिपोर्ट समयबद्ध ढंग से सबमिट करें।
जिला कलक्टर ने इस दौरान विभिन्न राजस्व वादों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी राजस्व अधिकारी तीन साल से अधिक के मामलों को स्वयं गंभीरता से देखें तथा लंबी तारीख नहीं दें ताकि उनका त्वरित निस्तारण हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन को भी मॉनीटर करें ताकि सरकार की मंशा के अनुसार किसानों को लाभ मिले। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करें तथा निजी अस्पतालों के साथ बैठक कर उन्हें योजना से जोड़ें। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के लिए समुचित मॉनीटरिंग के निर्देश भी उपखंड अधिकारियों को दिए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से कहा कि शिविरों का अधिकतम लाभ लोगों को मिले, इस संबंध में यदि नियमों के सरलीकरण संबंधी कोई सुझाव हों तो वे अवश्य दें। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अस्पताल में ऑक्सीजन, बैड, दवा एवं एंबुलैंस मैनेजमेंट पर ध्यान दें। ऑक्सीजन प्लांट निर्माण की प्रगति को मॉनीटर करें तथा ब्लॉक टास्क फोर्स की बैठक में इसकी नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि सरकार एवं भामाशाहों द्वारा अस्पतालों में दिए गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को पोर्टल पर अपलोड करवाएं। जिला कलक्टर ने कहा कि गांवों में अतिक्रमण के मामलों पर प्रभावी एवं निष्पक्ष कार्रवाई करें ताकि अतिक्रमण करने वाले लोग हतोत्साहित हों। उन्होंने लाइट्स प्रकरणों की समुचित मॉनीटरिंग के लिए भी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने राजस्थान सुनवाई का अधिकार अधिनियम, सीएमओ एवं अन्य उच्च स्तरों से प्राप्त शिकायतों, संपर्क पोर्टल, विभागीय जांच सहित विभिन्न बिंदुओं पर आवश्यक कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
एडीएम लोकेश गौतम ने बिंदुवार समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों को लंबित राजस्व प्रकरणों की नियमित मॉनिटरिंग कर त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान सीईओ रामनिवास जाट, एसडीएम अभिषेक खन्ना,एसडीएम रीना छिंपा, एसडीएम पंकज गढवाल, एसडीएम मूलचंद लूणिया, एसडीएम मोनिका जाखड़, एसडीएम श्योराम वर्मा, एसडीएम बिजेंद्र कुमार, डीएलआर पवन कुमार तंवर, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, एलडीएम नरेश नागपाल, तहसीलदार पृथ्वीसिंह मौर्य, फारूख खान, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. धनपत सिंह, डॉ निरंजन चिरानियां, एसीपी मनोज गर्वा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।