चूरू। राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद इकाई की ओर से गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा को ज्ञापन दिया जाकर घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने एवं विधायक को बर्खास्त करने की मांग की गई है। गुरुवार को एडीएम पीआर मीना के नेतृत्व में जिले के आरएएस अधिकारियों ने जिला कलक्टर को यह ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि 5 जुलाई को बहरोड़ विधायक ने वहां के एसडीएम संतोष कुमार मीणा के साथ दुर्व्यवहार किया तथा बिना किसी आधार के अनर्गल आरोप लगाए। विधायक ने एसडीएम पर शराब पीकर कार्यालय में बैठने का भी झूठा आरोप लगाया, जिस पर एसडीएम ने आगे होकर मेडिकल बोर्ड से जांच करवाई जिसमें उनका शराब नहीं पीना पाया गया। विधायक ने अधिकारी को अपशब्द भी कहे और अपने समर्थकों के साथ अनावश्यक ही बंधक बनाकर रखा गया। राजस्थान प्रशासनिक परिषद ने विधायक के इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए राजकार्य में बाधा के इस निम्न स्तरीय कृत्य की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा विधायक को बर्खास्त कराने की मांग की गई है। अधिकारियों ने बताया कि कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों द्वारा इस संबंध में व्यापक तरीके से विरोध दर्ज कराया जाएगा।