पिछले सात सालों में देश में बढ़ी महंगाई, पेट्रोल-डीजल के दामों में नया कीर्तिमान स्थापित – मनीष मक्कासर

0
308

बढ़ती गैस, पेट्रोल, डीजल की दरों के विरोध में आम आदमी ने किया जिला कलैक्ट्रैट पर प्रदर्शन

हनुमानगढ़। हिमांशु मिढा। आम आदमी की जरुरत की चीजों में शामिल पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, बिजली के दाम में हो रही वृद्धि के विरोध में गुरूवार को जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर व छात्र नेता महेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने धोड़ागाड़ी पर कार व मोटरसाईकिल रखकर भगत सिंह चैक से जिला कलैक्ट्रट तक विरोध रैली निकाली गई। रैली से पूर्व आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर ने कहा कि पूरे देश में पेट्रोल 100 रूपये पार, हो गया है, और गैस सिलेंडर की कीमतें दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं. शर्मनाक बात यह है की इस तरह की खुली लूट करने के बावजूद केन्द्र सरकार को कोई पछतावा नही है। सरकार ने गृहिणी और आम आदमी के बजट में ऐसी सेंध लगा दी है, जिससे वह जूझ पाने में असमर्थ है। केन्द्र की मोदी सरकार बैक इन इंडिया के ध्यये से कार्य कर रही है और पिछले सात सालों में सबसे अधिक महगाई कर इंडिया को 20 साल पीछे करने में जुटी है। पिछले दिनों में गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि हुई है, यह सरकार की ही दया है कि पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर के दामों में एक नया कीर्तिमान स्थापित हो रहा है। छात्र नेता महेन्द्र शर्मा ने कहा कि किसान, नौजवान, मजदूर, व्यापारी, महिलाएं महंगाई से त्राहि त्राहि कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश के लोगो ने पीएम मोदी और उनके मंत्रियों को अच्छे दिन के वायदे पर चुना था. अब पीएम मोदी और उनकी सरकार लोगों का विश्वास तोड़ चुके है। उन्होने कहा कि इस सरकार और इनके मंत्रियों को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नही है. महंगाई पहले से ही लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ आर्थिक मंदी के चलते आमदनी घट रही है। वहीं दूसरी ओर महंगाई के चलते खर्चे बढ़ रहे हैं। उन्होने कहा कि रोज-रोज बढ़ते दामों से आम आदमी त्रस्त हो चुका है। महंगाई ने हर परिवार की रसोई का बजट बिगड़ दिया है। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना महामारी, आर्थिक मंदी और महंगाई की मार झेल रही जनता को सरकार राहत दे। हम यह मांग करते हैं कि बढ़ी हुई कीमतों को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए और पेट्रोल डीजल को भी जीएसटी में लाकर मंदी से जूझ रहे जनमानस को राहत दी जाए अन्यथा अपना इस्तीफा दिया जाये। इस मौके पर स्वराज सिंह, बल्ला सिंह, विनोद पाटोदिया, कौर सिंह सेखों, सुखा, सतनाम, नीरज पहलवान, गुरप्रीत सिंह, कुलदीव, मदन, गुरलाल मान, गुरलाल सिद्धु, राकेश चुघ, कृष्ण, गणेश, पूर्ण, बलवीर सिद्धु, गगनदीप, सतपाल फतेहगढ, भजन सिंह, जगदीश भाभू, नरेश पांडर, पवन, विजय सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here