चूरू। हाल ही में मोदी सरकार द्वारा किसानो के सशक्तिकरण हेतु जो संसद में बिल पास किये गये व जो योजनाऐं प्रारंभ की गई उनको आम किसान तक पहुचांने के उदेश्य से आज ग्राम घंटेल में किसान कल्याण चैपाल में राजेन्द्र राठौड़ उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जोर कृषि क्षेत्र का समृद्व और किसानों को सशक्त बनाने पर है । केन्द्र सरकार किसानों की आय दुगूनी करने का लक्ष्य को लेकर चल रही है । और इस दिशा में अनेक कदम उठाये गये है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मादी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने 2 विधेयको के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया है। किसानों के जीवन की दिशा और दशा में सकारात्मक बदलाव लाने वाले इस निर्णय के लिए संसद में दोनों विधेयक पारित कर करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का आभार है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 1 लाख करोड़ का कृषि अवसरंचना फंड की स्थापना हो या फिर देश में 10 हजार कृषक उत्पादक समूहों एफपीओ की स्थापना का निर्णय हो, सरकार का प्रत्येक कदम किसानों को उनकी उपज का उचित लाभ दिलाने के लिए लिया गया है। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. वासुदेव चावला ने कहा कि यह बिल देश व किसान हित में है तथा देश के कृषको ,व्यापारियों, कंपनियों, प्रसंस्करण इकाईयों, निर्यातको से सीधे जोड़ना व कृषि करार के माध्यम से बुवाई से पूर्व ही किसान को उसकी उपज के दाम निर्धारित करना तथा बुवाई से पूर्व किसान को मूल्य का आश्वासन। दाम बढ़ने पर न्यूनतम मूल्य के साथ अतिरिक्त लाभ। बाजार में अनिश्चितता से कृषको को बचाना। मूल्य पूर्व में ही तय हो जाने से बाजार में कीमतों में आने वाले उतार चढ़ाव का प्रतिकूल प्रभाव किसान पर नहीं पड़ेगा। इस मौके पर भाजपा नेता विक्रम कोटवाद ने कहा कि कृषि बिल किसान की आजादी है। वन नेशन-वन मार्केट से अब किसान अपनी फसल कहीं भी, किसी को भी बेच सकते है। अब किसान किसी पर भी निर्भर रहने के बदले बड़ी खाद्य उत्पादन कंपनियों के साथ पार्टनर की तहर जुड़कर ज्यादा मुनाफा कमा पाएगा। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष हेमसिंह शेखावत, विधानसभा प्रभारी पदमसिंह राठौड़, धंटेल मण्डल अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रजापत, संरपच प्रतिनिधि नवल सिंह, भाजपा युवा नेता रणजीत कड़वासरा, नरेन्द्र कोटवाद, जिला प्रवक्ता सुशील लाटा, चन्द्रप्रकाश शर्मा, विजेन्द्र सिंह भाटी, मुरलीधर शर्मा, सोनू कुमार आदी अनेक किसान व कार्यकर्ता उपस्थित थे।