साउथ अफ्रीकन टीम ने जाना स्वच्छ भारत मिशन में चूरू सफलता का सफर

0
725

चूरू। दक्षिण अफ्रीका से आए पत्रकारों और प्रतिनिधियों ने बुधवार को स्थानीय अधिकारियों के अनुभवों से स्वच्छ भारत मिशन में अव्वल रहे चूरू की सफलता के सफर को जाना। गुरुवार को यह दल बनियाला आदि गांवों में जाकर स्वच्छता के क्षेत्र में अर्जित सफलता की यात्रा से रूबरू होगा।
इस दौरान कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिला कलक्टर संदेश नायक ने दक्षिणी अफ्रीकन दल को बताया कि स्वच्छ भारत मिशन को महज एक सरकारी कार्यक्रम के तौर पर नहीं, अपितु एक जन अभियान के तौर पर विकसित किया गया, तब जाकर प्रत्येक स्तर पर लोग इससे जुड़े और सफलता हासिल हुई। उन्होंने बताया कि चूरू ने अग्रणी होकर इसमें पहल की और ‘चोखो चूरू’ मुहिम से इसकी शुरुआत हुई। जिले का तारानगर प्रदेश का पहला ओडीएफ ब्लॉक बना। यहां के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया एवं आमजन सबके सहयोग से विपरीत परिस्थितियों वाले इस जिले ने स्वच्छ भारत मिशन में खुद को अग्रणी साबित किया।
जिला कलक्टर ने बताया कि मानसून पर निर्भर खेती से जुड़े इस इलाके के लोगों के लिए शौचालय प्राथमिकता नहीं था और गरीबी व पानी की कमी इसका एक कारण थे लेकिन जब अभियान शुरू हुआ तो लोगों की आवश्यकता, स्वास्थ्य और गर्व से इसे जोड़ा गया। लोगों को समझाया गया कि ऎसे तो यहां की महिलाएं चेहरे पर घूंघट रखती हैं लेकिन उन्हें शौच के लिए खुले में जाना पड़ता है। विभिन्न विभागों के ग्रामीण नेटवर्क जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ग्रामसचिव, शिक्षक आदि को भी अभियान से जोड़ा गया। लोगों को अनेक तरीके से ट्रिगर किया गया तो लोगों ने शौचालय बनाने शुरू किए और उनके व्यवहार में भी परिवर्तन आया।
जिला कलक्टर ने बताया कि सरकारी प्रोत्साहन राशि से लोगों में उत्साह और जागरुकता आई, लेकिन वास्तव में लोगों ने इस राशि से कहीं अधिक लागत के शौचालय बनाए। अधिकतर लोगों ने शौचालय के साथ स्नानघर भी बनवाए हैं। सरकारी प्रोत्साहन राशि के अलावा भी लोगों ने अपने स्तर पर शौचालय बनवाए। उन्होंने दक्षिण भारतीय दल का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साउथ अफ्रीका से लौटकर जब स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ी गतिविधियां शुरू की, तब उन्होंने स्वच्छता को भी अपनी गतिविधियों में प्रमुखता से शामिल किया। कलक्टर ने बताया कि जिला पूरी तरह ओडीएफ हो चुका है, इसके बाद भी इसे बनाए रखना एक चुनौती है। इसलिए अभी भी अभियान में रेट्रोफिटिंग आदि गतिविधियां जारी हैं। कुछ वंचित नए परिवारों के शौचालय भी बनवाए जा रहे हैं। इसके अलावा जिले में व्यापक स्तर पर कम्युनिटी टॉयलेट बनवाए गए हैं।
जिला कलक्टर ने इस दौरान दक्षिण अफ्रीकन दल की जिज्ञासाओं का समाधान किया तथा वर्तमान में जिले के सरकारी कार्यालयों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक तथा राजीविका की महिलाओं द्वारा किए जा रहे नवाचारों के बारे में भी जानकारी दी।
इस दौरान सीईओ आर एस चौहान, एसबीएम के जिला समन्वयक श्याम लाल शर्मा, सेंटर फॉर साइंस एवं एनवॉयरनमेंट की प्रोग्राम मैनेजर सुष्मिता सेन गुप्ता, तंजानिया की पत्रकार मेरी रामधनी, इथोपिया के पत्रकार टोलेरा मेकोन्न टेशॉम, रवांडा के समाचार संपादक क्रिस्टॉफ हिटायजु, पत्रकार नीमा एडेन चैक अली सहित टीम के सदस्य, राजीविका डीपीएम बजरंग सैनी, सरला सहित स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अधिकारी आदि मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here