लखनऊ। बूचडखानों पर सरकार की सख्ती के बाद हडताल पर चले गए मीट कारोबारियों की हडताल गुरूवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मीटिंग के बाद समाप्त हो गई। मीट कारोबारियों के प्रतिनिधि सिराजुद्दीन कुरैशी ने सीएम से मुलाकात के ठीक बाद मीट कारोबारियों को वापस काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि हमें उचित लाइसेंस लेकर काम पुन: शुरू कर देना चाहिए। उन्होने सीएम से मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने भरोसा दिया है कि वह इसमे हमारी मदद करेगी।
कारोबारी और मुख्यमंत्री के बीच लगभग आधे घंटे तक हुई बातचीत कारोबारियों ने सीएम के सामने अपनी समस्या रखी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कागजात होने के बाद भी परेशान करने का आरोप पुलिस पर लगाया। सिराजुद्दीन कुरैशी ने कहा, मीट कारोबारियों से अवैध वसूली कर उन्हें बेवजह परेशान किया जाता है।
योगी ने कारोबारियों को पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा, आप कानूनी रूप से काम करें आपको कोई परेशानी नहीं होगी। सरकार की ओर से यह भी साफ किया है कि कारोबारियों को एनजीटी के आदेश का पालन करना होगा और तय मानकों को पूरा करना होगा। सीएम ने यह भी आदेश दिया है कि सरकारी अधिकारी जाति और धर्म देखकर कार्रवाई ना करें।
बैठक में सिद्धार्थनाथ सिंह भी मौजूद थे। बैठक खत्म होते ही उन्होने भी पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा, भारत का नागरिक होने के नाते सभी की जिम्मेदारी है कि कोई भी काम गैरकानूनी रूप में ना करें। उन्हें जो भी काम करना है उसके लिए कानूनी रूप से मान्यता लेना जरूरी है।