राजस्थान का साहित्यिक महाकुंभ आज

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राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर का आयोजन, साहित्यकारों का करेंगे सम्मान, अकादमी के अध्यक्ष डॉ.दुलाराम सहारण ने प्रेस कांफ्रेंस में दी विविध साहित्यिक उपलब्धियों की जानकारी

चूरू। छोटी काशी चूरू में लम्बे अर्से बाद गुरुवार को साहित्यिक कुंभ होगा। बुधवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष डॉ.दुलाराम सहारण ने बताया कि अकादमी की ओर से पहली बार आयोजित पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में प्रदेशभर के साहित्यकार उपस्थित होंगे।
डॉ.सहारण ने बताया कि 5अक्टूबर को प्रातः ग्यारह बजे दादा बाड़ी में आयोजित समारोह में साहित्यकारों को विभिन्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अकादमी के सम्मान परंपरा में सर्वोच्च सम्मान ‘साहित्य-मनीषी’ से प्रगतिशील लेखक, चिंतक और विचारक, अकादमी के पूर्व अध्यक्ष वेद व्यास को सम्मानित किया जाएगा। अकादमी के जनार्दनराय नागर सम्मान से प्रख्यात आलोचक, विद्वान डॉ. रणजीत को सम्मानित किया जाएगा।

अकादमी के अध्यक्ष डॉ.सहारण ने बताया कि राजस्थान साहित्य अकादमी इस बार राजस्थान के इक्कावन साहित्यकारों को वार्षिक अमृत सम्मान एवं विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से सम्मानित कर इतिहास रच रही है। अकादमी अध्यक्ष सहारण ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अकादमी का वार्षिक समारोह चूरू में
बोर्ड की सहमति से दादा बाड़ी में होने का अवसर मिलना गौरव की बात है। यह वे ऐतिहासिक पल होंगे जब चूरू की धरा पर हो रहे वार्षिक समारोह में अब तक के प्रदेश के सबसे अधिक साहित्यकार सम्मानित होंगे।
उन्होंने बताया कि साहित्यकारों को करीब तीस लाख दस हजार रुपए के दिए जाएंगे।

सहारण ने बताया कि 13 माह के अल्प समय में अकादमी ने पांच साल का काम किया है। इस दौरान हमने पांच वर्षों के बकाया पुरस्कार दिए हैं तथा अकादमी बकाया पुरस्कार देने में इतिहास बनाया है। इसलिए यह समय साहित्य क्षेत्र के लिए उल्लेखनीय समय रहा है। उन्होंने कहा कि अकादमी के कार्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खूब सहयोग किया और उनके प्रोत्साहन से हम साहित्य और साहित्यकार के लिए कुछ करने में सफल हुए हैं। उन्होंने बताया कि अकादमी सबसे बड़ा प्रकाशन रहा है।अकादमी के प्रकाशन कम मुल्य में उपलब्ध करवाई जा रहे है। जिसमें बहुत कम समय में पांच लाख साठ हजार की पुस्तकें बिक्री, जो रिकॉर्ड है। तीन सौ लेखकों अकादमी से जुड़े, किताबें छपी है जो कीर्तिमान है। अकादमी मधुमति का नियमित प्रकाशन के साथ साथ विभिन्न विशेषांक प्रकाशित किए। अकादमी अब तीस से अधिक किताबें छपने जा रही है। सहारण ने यह बताया कि 24 अगस्त से उन्होंने अकादमी का कार्य शुरू किया और अब तक एक भी पैसा नहीं लिया, क्योंकि उनका मानना है कि अकादमी निजी हित के लिए नहीं है बल्कि यह साहित्य और साहित्यकार हित के लिए है।

उन्होंने बताया कि अकादमी के वर्ष 2023-24 के पुरस्कारों की शृंखला में सुधींद्र पुरस्कार उदयपुर के चेतन औदिच्य को कविता संग्रह ‘पानी’ के लिए, रांगेय राघव पुरस्कार जालोर के पुरुषोत्तम पोमल के उपन्यास ‘पाषाण पुत्री क्षत्राणी हीरा-दे’ के लिए देवराज उपाध्याय पुरस्कार बीकानेर के आलोचक हरीश बी. शर्मा की कृति ‘प्रस्थान बिंदु’ के लिए, कन्हैयालाल सहल पुरस्कार जयपुर के राघवेंद्र रावत को डायरी ‘मारक लहरों के बीच’ के लिए दिया जाएगा। वहीं नाटक विधा का देवीलाल सामर पुरस्कार अजमेर के रासबिहारी गौड़ को कृति ‘गांधी जिंदा है’ के लिए, बाल साहित्य का शंभूदयाल सक्सेना पुरस्कार कोटा मूल की चेन्नई निवासी रोचिका अरुण शर्मा की कथाकृति ‘किताबों से बातें’ के लिए तथा प्रथम कृति सुमनेश जोशी पुरस्कार उदयपुर के बिलाल पठान को ‘अब पेड़ फल बेचेंगे’ को दिया जाएगा।

ये होंगे अमृत सम्मान से सम्मानित

अकादमी अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2023-24 के अमृत सम्मान से भागीरथ परिहार कोटा, शंकरलाल स्वामी बीकानेर, देवदत्त शर्मा जयपुर, लक्ष्मी रूपल उदयपुर, शिवनारायण वर्मा कोटा, भवानीशंकर गौड़ उदयपुर, रामप्रसाद शर्मा किशनगढ़, खुर्शीद अहमद शेख उदयुपर, नवल किशोर भाभड़ा अजमेर, संतोष कुमार पंछी सादुलपुर, विनोद सोमानी हंस अजमेर, लक्ष्मण लाल योगी बूंदी, आनंदकौर व्यास बीकानेर, प्रफुल्ल प्रभाकर अजमेर एवं रमेश छाबड़ा सूरतगढ़ को सम्मानित किया जाएगा।

विशिष्ट साहित्यकार सम्मान

वर्ष 2023-24 के विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से बीकानेर मूल के अरुण माहेश्वरी, सरदारशहर के अशोक अनुराग, करौली के असद जैदी, जैसलमेर के ओम प्रकाश भाटिया, जयपुर के कृष्ण कुमार रत्तू, कोटा के किशनलाल वर्मा, जोधपुर के कौशलनाथ उपाध्याय, गुलाबचंद बारासा, ताराराम मेघवाल, संगरिया के गोविंद शर्मा, बीकानेर के प्रमोद चमोली, जयपुर के प्रेमचंद गांधी, बीकानेर के मधु आचार्य आशावादी, चूरू के बनवारी शर्मा खामोश, बाड़मेर के बंशीधर तातेड़, डीग के बृजेंद्र कौशिक, जयपुर के बीएल माली अशांत, बीकानेर के बुलाकी शर्मा, जयपुर के नंद भारद्वाज, कोटा के नरेंद्रनाथ चतुर्वेदी, पीलीबंगा के निशांत, बीकानेर के नीरज दइया, बांसवाड़ा के रमेश चंद्र वडेरा, सूरतगढ के राजेश चड्ढा, बीकानेर की रेणुका व्यास नीलम, भरतपुर के वेद प्रकाश शर्मा वेद, श्रीडूंगरढ के श्याम महर्षि, कोटा के शकूर अहमद, अलवर के शंभू गुप्त, जोधपुर के श्रवण कुमार मीणा, श्रीडूंगरगढ के सत्यदीप भोजक, जयपुर के सूरज पालीवाल, बीकानेर मूल की सरला माहेश्वरी, कोटा के सीएल सांखला, जयपुर के हरदान हर्ष एवं जोधपुर के हरिप्रकाश राठी को सम्मानित किया जाएगा।

विद्यार्थी भी होंगे सम्मानित

विद्यालयी-महाविद्यालयी पुरस्कार के क्रम में चंद्रदेव शर्मा पुरस्कार के तहत कविता के लिए दामोदर शर्मा, इक्कीस कॉलेज गोपल्याण-लूनकरणसर, कहानी के लिए सुरेंद्र सिंह, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर, एकांकी के लिए अमनदीप निर्वाण, एसएसएस कॉलेज, तारानगर, निबंध के लिए पवन कुमार गुसांई, इक्कीस कॉलेज, गोपल्याण को दिया जाएगा। वहीं परदेशी पुरस्कार के तहत कविता के लिए शुंभागी शर्मा, राउमावि भवानीमंडी-झालावाड़, कहानी के लिए परी जोशी, द स्कोलर्स एरिना, उदयपुर, निबंध के लिए करुणा रंगा, इक्कीस एकेडमी फॉर एक्सीलेंस, गोपल्याण, लघुकथा के लिए द्रोपती जाखड़, इक्कसी एकेडमी फॉर एक्सीलेंस, गोपल्याण को दिया जाएगा। वर्ष 2023-24 का सुधा गुप्ता पुरस्कार निबंध के लिए इक्कीस कॉलेज गोपल्याण की कौशल्या को दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान साहित्य अकादमी के जयप्रकाश भटनागर, डॉ प्रकाश नेभनानी, राजेश मेहता, रामदयाल मेहरा, नरेंद्र सिंह राजपूत, रमेश कोठारी कोषाध्यक्ष कमल शर्मा, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, अकादमी की संचालिका के सदस्य उम्मेद गोठवाल आदि मौजूद थे।

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