समाज व देश के लिए अभिशाप है नशा, गांधी मार्ग को अपनाएं युवा : साँवर मल वर्मा

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सद्भावना सप्ताह के पहले दिन सूचना केंद्र में हुई संगोष्ठी, जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा, सीईओ रामनिवास जाट, एडीएम लोकेश गौतम,डॉ महेंद कुमार सहित अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों, गांधीवादी कार्यकर्ताओं ने की शिरकत

चूरू। राज्य सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, जिला प्रशासन एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की ओर से मनाए जा रहे सद्भावना सप्ताह के पहले दिन शुक्रवार को सूचना केंद्र में आयोजित विचार संगोष्ठी ‘नशा मुक्ति एवं सामाजिक सरोकार’में वक्ताओं ने नशाखोरी और गांधी दर्शन में इसके समाधान को लेकर मंथन किया।गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा कि अवसाद व तनाव के चलते या किसी गलत संगत में पड़कर युवा नशाखोरी की गिरफ्त में आ जाते हैं लेकिन इसके चलते अनेक दुष्परिणाम स्वयं उसे, उसके परिवार को झेलने पड़ते हैं। एक बेहतर समाज एवं सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना में नशाखोरी एक तरह की बाधा है। गांधी दर्शन भटकाव से बचने का, भटक जाने पर पुनः लौट आने का रास्ता बताता हैं। गांधी का जीवन एक मिसाल हैं, जिसमें उन्होंने स्वयं अपनी गलतियों को स्वीकार का सुधार का मार्ग अंगीकार किया। बुरी लत किसी को भी लग सकती है लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि हम अपनी गलतियों को महसूस करें, सुधार का मार्ग खोजें और दृढ़ संकल्प के साथ उस मार्ग पर आचरण कर तमाम बुराइयों से मुक्त होने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नशा समाज व देश के लिए अभिशाप है, युवाओं को गांधी मार्ग अपनाते हुए नशामुक्त समाज की रचना में योगदान देना चाहिए।

गांधी की जीवन शैली अपनाएं

मुख्य वक्ता गांधीवाद पर शोधकर्ता एवं राजलदेसर एसएचओ डॉ महेंद्र कुमार ने नशाखोरी के कारणों और दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि गांधी की जीवन शैली को अपनाकर हम एक नशामुक्त समाज की ओर अग्रसर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त परिवारों का विघटन हमारे समाज की बड़ी त्रासदी है, जिसके कारण युवाओं में अकेलापन, तनाव और अवसाद जैसी स्थितियां पनपती हैं, जिसका समाधान व्यक्ति नशे में ढूंढता है। मोबाइल और सोशल मीडिया तथा फिल्मों का प्रभाव भी इसके लिए काफी हद तक दोषी है। आज पैसा और संसाधन बढ़ रहे हैं लेकिन आनंद पीछे छूटता जा रहा है। पाश्चात्य संस्कृति की अच्छी चीजों को अपनाना बुरा नहीं है लेकिन उसका अंधानुकरण बेहद गलत है। गांधी ने हमेशा मानवीय मूल्यों की स्थापना पर बल दिया था, आज भारतीय सभ्यता और संस्कृति का मूल आधार रहे नैतिक मूल्यों के संरक्षण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें भी बच्चों से अनावश्यक अपेक्षा कर उनका तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए। हर बच्चे में अलग प्रतिभा होती है, हमें उसे पहचान कर आगे बढ़ाना चाहिए।।

गांधी दर्शन से जुड़ेंगे युवा

सीईओ रामनिवास जाट ने कहा कि यह दुखद है कि नशाखोरी को धर्म से जोड़कर, अवसर विशेष पर इसे बढ़ावा दिया जाता है। ऐसी चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिए। नशे में व्यक्ति अपना जीवन तो नाश करता ही है, परिवार और समाज के लिए परेशानी का सबब बनता है। एडीएम लोकेश गौतम ने सद्भावना सप्ताह के आयोजनों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की ओर से 150 वें गांधी जयंती वर्ष तथा आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को लेकर आयोजित किए जा रहे यह कार्यक्रम निस्संदेह युवाओं को इन महापुरुषों के आदर्शों से जोड़ने में उपयोगी साबित होंगे। अतिथियों का स्वागत करते हुए चूरू संयोजक रियाजत खान ने कहा कि राजीव गांधी आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे। कम्प्यूटर और संचार क्रांति में उनका योगदान अतुलनीय है। महात्मा गांधी के प्रसंग में युवा राजीव के मन को समझने की प्रासंगिकता है।

अच्छे और बुरे की पहचान विकसित करें हम

गांधी-150 के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में राजीव गांधी का योगदान भुलााया नहीं जा सकता है। समाज में अच्छे व बुरे की पहचान हमें होनी चाहिए। देश के लिए रचनात्मक काम करने वाले और देश को विध्वंस की ओर से जाने वाले लोगों का फर्क हम समझ पाएंगे, तब वास्तव में हम अच्छे नागरिक होने का फर्ज निभा सकेंगे। संचालन गांधी प्रकोष्ठ अधिकारी उम्मेद गोठवाल एवं सहायक प्रशासनिक अधिकारी कमल शर्मा ने किया।

अधिकारी, जनप्रतिनिधि रहे मौजूद।

इस दौरान उपखंड सह संयोजक रतन लाल जांगिड़, लोहिया कॉलेज प्राचार्य दिलीप पूनिया, तहसीलदार पृथ्वीसिंह मौर्य, डिस्कॉम एसई के के कस्वां, जमील चौहान, लोहिया कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ बीएल मेहरा, डॉ मूलचंद, डॉ परमेश्वर लाल, डॉ वीके स्वामी, श्रवण कुमार, एडीईओ सांवर मल गुर्जर, एडीईओ योगेश्वर कुमार शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, विकास मील, गांधी प्रकोष्ठ सहायक दयापाल सिंह पूनिया, ओंकार मल, मुबारिक भाटी, सिराज खां जोइया, मइनुद्दीन, मो. अब्बास, महेश मिश्रा, राजेंद्र कल्ला, जिला परिषद के जयप्रकाश नेहरा, जन कल्याण मंच के योगेंद्र शर्मा व अन्य कार्यकर्ता, दीपिका सोनी, ज्योति सिंह, योगेश गौड़, अजय दाधीच, राजीव बहड़, रामेश्वर प्रसाद नायक, इकबाल खां, रूखसाना बानो, अंजू पूनिया, शशि शक्तावत, रमजान, कालूराम महर्षि, कृष्ण कुमार, पूनम चोटिया, जाकिर हुसैन, सद्दीक खान, करूणा कुमारी सहित लोहिया कॉलेज के एनसीसी कैडेट, अध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी, नागरिक एवं मीडियाकर्मी मौजूद रहे।।

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