शिक्षा में सुधार से ही साकार होगा राष्ट्र निर्माण का सपना पूरा

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पिरामल फाउण्डेशन फॉर एजुकेशनल लीडरशिप के तत्वाधान में एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन

चूरू। पिरामल फाउण्डेशन फॉर एजुकेशनल लीडरशिप के तत्वाधान में एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन सनसिटी होटल के हॉल में सम्पन्न हुआ। प्रदर्शनी के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों ने विगत एक माह से गांव में रह रहे पिरामल फेला के चित्रों और चार्ट के माध्यम से दर्शाए गए कार्यो का अवलोकन किया।पीरामल फाउंडेशन चूरू ज़िले में 176 विद्यालयों में किस तरह से काम कर रहा है उसके बारे में बताया गया।
इस अवसर पर मुख्य ज़िला शिक्षा अधिकारी संपत बारूपाल ने फेलो द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पिरामल फेलो बडे ही उत्साह के साथ गुरूजनों, विद्यार्थियों और परिजनोें के एक साथ लेकर प्रगति के पथ की ओर मोडते है ये बहुत अच्छी बात है। इससे शिक्षा के स्तर को मजबूती मिलेगी।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक कुमार अजय ने कहा कि समाज में मौजूद प्रतिष्ठित व्यक्तियों को स्कूलों से जोड़ने की जरुरत है जिससे विद्यार्थी उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सकें।प्रतिष्ठित व्यक्तियों की एक पंक्ति भी किसी विद्यार्थी के जीवन में प्रेरणास्रोत बन सकती है।शिक्षा के स्तर पर बात करते हुए उन्होने कहा कि संसाधन के स्तर पर यंहा किसी प्रकार की कमी नही है लेकिन आप लोगों को चाहिए की संसाधनों का समुचित प्रयोग करते हुए विद्यार्थियों का विकास सुनिश्चित करेंं।
ज़िला खेल अधिकारी ईश्वर सिंह लांबा जी ने बच्चों में खेल एवं नैतिक शिक्षा पर ज़ोर देने की बात की। इस अवसर पर एसएलडीपी राजस्थान एवं उत्तराखंड के प्रोग्राम डायरेक्टर ग्रुप कैपटन सिद्धार्थ मौर्या ने सभी अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिरामल फाउंडेशन एवं समस्त पिरामल फेलो आपके सहयोग के आभारी हैं।
इसके साथ ही राजगढ़ एवं तारानगर के अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कमल स्वामी एवं अशोक जांगीड़, ने अपने विचार व्यक्त किए। समसा चूरू से विजयपाल दुआ एवम गोविन्द सिंह, राजस्थान पत्रिका के ब्यूरो चीफ मधुसूदन शर्मा ने भी पिरामल फेलो के कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर मुस्कान ड्रीम फाउंडेशन के संस्थापक अभिषेक दुबे, पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशनल लीडरशिर की चुरु जिले की टीम से खुश्बू दिक्षित, राजेश राम, नरेद्र सिंह, अभिनव, सत्यजीत, निशांत वशिष्ठ, आजम, पल्लवी, रिया, सुमन, पारूल, एवं पिरमल फैलो मोजूद रहे।

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