चूरू। शिव कॉलोनी स्थित शिवालय में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक तेजराम महाराज ने श्रीकृष्ण सुदामा मिलन का वाचन किया। कथा के छठे दिन मंगलवार को श्रीकृष्ण-सुदामा की झांकी सजाई गई। कथा में बताया गया कि कैसे गरीब ब्राह्मण अपनी पत्नी सुशीला के कहने पर ना चाहते हुए भी द्वारका जाने को तैयार हो गये। सुदामा को कृष्ण से मिलने से द्वारपाल रोकता है। सखा कृष्ण सुदामा का नाम सुनते ही मिलने के लिए आतुर अपने सिंहासन से उतरकर नंगे पांव दौड़ पड़ते हैं। इसके बाद श्रीकृष्ण सुदामा को गले लगाते हैं।
सखा सुदामा से बचपन की बातें करते है। हालचाल पूछते है। अंत मे सुदामा के अपने गांव जाने पूर्व ही श्री कृष्ण कैसे सुदामा के घर को महल में तब्दील कर धन धान्य से भरपूर कर देते है। इस दौरान श्रीकृष्ण सुदामा मिलन की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। कृष्ण सुदामा मिलन की कथा और झांकी को देखकर उपस्थित श्रोता भाव-विभोर हो गये। कथा के दौरान नगर परिषद् सभापति पायल सैनी ने माल्यार्पण कर व्यास पीठ का सम्मान किया।
इस दौरान सभापति ने कथा में सजाई गई श्रीकृष्ण सुदामा की झांकी की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर भगत पवन सैनी ने सभापति पायल सैनी, विजय सारस्वत, पार्षद गिरधारीलाल, पार्षद विनोद कुमार व हेमंत सैनी का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर शिव गोरखनाथ मंडल के हरीश पारीक, मनोज मेघवाल, किशन लाल, ताराचंद, मनोज सैनी, प्रकाश शर्मा, विनोद, रेंवती शर्मा, गोपाल, शेखर गुर्जर, जगदीश जांगिड़, आनंद, हनुमान सैनी, सांवरमल, बजरंग गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में वार्ड की अनेक महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।