गुणात्मक सुधारों से बदल रहा है शैक्षणिक परिवेश

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगांठ पर आयोजित प्रेस वार्ता में दी जानकारी, एनसीईआरटी में विद्या प्रवेश नाम से तैयार हुआ है खेल आधारित स्कूल प्रीपरेशन मॉडल

चूरू । चूरू के केंद्रीय विद्यालय का चयन पीएम श्री योजना में हुआ है। इससे शिक्षा से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों को मजबूत और प्रभावी बनाने में सहायता मिलेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य ओ आर चौधरी ने पत्रकारों को दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे गुणात्मक सुधारों ने शैक्षणिक परिवेश में निरंतर बदलाव हो रहा है। एडीपीसी सांवर मल गहनोलिया ने राज्य स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा शैक्षिक परिवेश में होने वाले गुणात्मक बदलावों पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में शैक्षणिक सुधार पर हर दृष्टि से उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है और राजकीय विद्यालयों का स्तर बहुत उन्नत हुआ है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में खुल रहे अंग्रेजी माध्यम के राजकीय विद्यालयों निर्धन एवं जरूरतमंद बच्चों का अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ने का सपना साकार कर रहे हैं।

सहायक परियोजना समन्वयक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि चूरू जिले के राज्य स्तरीय 538 विद्यालयों में आईसीटी लैब के द्वारा डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राचार्य ओ आर चौधरी ने बताया कि एनसीईआरटी में विद्या प्रवेश नाम से तीन महीनों का एक खेल आधारित स्कूल प्रीपरेशन मॉडल भी तैयार किया है जो बच्चों की समझ विकसित करने और आधार मजबूत करने में सहायक होगा। विद्यालय के सभी प्राथमिक शिक्षक इससे संबंधित प्रशिक्षण ले चुके हैं। उन्होंने अधिगम को आकर्षक और स्थाई बनाने के उद्देश्य से विद्यालय स्तर पर क्रियाकलाप आधारित जादुई पिटारा विकसित किया है जो शिक्षा नीति की भावना और बदलाव का एक महत्वपूर्ण आयाम है। प्राचार्य चौधरी ने बताया कि कौशल विकास नई शिक्षा नीति का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। चूरू के केंद्रीय विद्यालय में कौशल विकास के लिए कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अर्थात कृत्रिम बुद्धिमत्ता) की शिक्षा दी जा रही है। इससे वे तकनीकी रूप से शिक्षित होंगे और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे। राष्ट्र सर्वप्रथम के विचार की स्थापना और संवर्धन के लिए एनसीसी और स्काउट गाइड केंद्रीय विद्यालय चूरू में कार्य कर रही है। विद्यार्थियों के प्रदर्शन में सुधार और उनके उत्थान के लिए शिक्षक-अभिभावक बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन अपने शिक्षकों कर्मचारियों तथा अधिकारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाता है। इसके माध्यम से वे अपने क्षेत्र में पारंगत होकर वह नवाचारों को अपनाते हुए केंद्रीय विद्यालय संगठन को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाते हैं। प्राचार्य चौधरी के अनुसार भाषा प्रयोगशाला खेल को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना पाठ्य सहगामी गतिविधियों का प्रभावी आयोजन डिजिटल और आईसीटी आधारित शिक्षण आदि अपनाकर केंद्रीय विद्यालय चूरू नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सच्चे स्वरूप में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रालय कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय के सहयोग से शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वार्षिकी के मौके पर 29 और 30 जुलाई को अखिल भारतीय शिक्षा समागम का नई दिल्ली में आयोजन किया जा रहा है। दूसरे अखिल भारतीय शिक्षा समागम जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ का मौका भी है, का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 जुलाई को करेंगे। शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय आयोजन के अवसर पर प्रधानमंत्री शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं की शुरुआत करेंगे। इस दौरान विद्यालय की कक्षा 12 मानविकी की छात्रा प्राची न्यौल तथा कक्षा 12 वाणिज्य की छात्रा कशिश के द्वारा पूछे गए सवालों के संदर्भ में भी जानकारी एडीपीसी सांवरमल गहनोलिया, एपीसी हरिप्रसाद शर्मा द्वारा दी गई।

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