राजीविका के मिलेट्स फूड्स फेस्टिवल में प्रदर्शनी का कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने किया शुभारंभ

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चूरू। ज़िला कलेक्ट्रेट परिसर में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार पोषण माह के अंतर्गत मिलेट्स फूड्स फेस्टिवल में एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग द्वारा किया गया। उन्होंने बाजरे के उत्पाद चखे और प्रशंसा कीजिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि इससे देशी फसल बाजरे से महिलाओं को रोजगार प्राप्त करने में सहयोग मिल सकता है। इसके विकास के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यक्ता है।पुलिस अधीक्षक दिगंत आनन्द ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन निरंतर होने चाहिए इससे इन समूहों से जुडी महिलाओं को प्रोत्साहन के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होगें। उन्होंने समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए बाजरा निर्मित उत्पादों को चखा और प्रशंसा की।इस दौरान अधिकारियों ने प्रदर्शनी में राजीविका के उत्पाद ख़रीदे।

एडीएम लोकेश गौतम ने कहा कि ऐसे आयोजनों से निश्चित रूप से स्वयं सहायता समूहों से जुडी महिलाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलओं द्वारा बनाए गए बाजरे के विभिन्न उत्पाद खरीदे।सीईओ हरिराम चौहान ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिभर बनाने के उद्देश्य के साथ ऐसे आयोजन निरंतर आयोजित किए जाएगें ताकि आमजन को मिलेट फूड के बारे में जागरूक किया जा सके।महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक संजय महला ने कहा कि मिलेट फूड्स को प्रमोट करने के उद्देश्य से इस प्रकार के आयोजन क्षेत्र की महिलाओं के लिए संजीवनी का काम कर रहे है। आगे भी इस प्रकार के आयोजन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोगी भूमिका निभाएगें।जिला परियोजना प्रबंधक दुर्गादेवी ढाका ने कहा कि यह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा एवम् लोगो ने विभिन्न तरह के उत्पादों का चटखारा लिया। उन्होंने बताया कि बाजरे की पोष्टिकता के बारें में पोस्टर में माध्यम से भी आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
राजस्थान ग्रामीण आजिविका मिशन की जिला प्रबंधक रूचिका सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी में राजीविका के स्वयं सहायता समूहों द्वारा फूड स्टाल्स में ग्रामीण पारंपरिक भोजन बाजरे की रोटी, साग, राबड़ी, बाजरे के बिस्कुट, चूरमा, बाजरे का केक, बाजरा तिल पापड़ी, बाजरा शैक, मीठा बाजरा, दही पतासे, कूट राबड़ी, बाजरा पॉपकॉर्न, शीटे सहित 23 तरह के बाजरे से निर्मित उत्पाद चाय-नाश्ता परोसा गया जो एक ऐतिहासिक पहल रही।

इस अवसर पर सहायक निदेशक (महिला अधिकारिता) संजय कुमार, जिला परियोजना प्रबंधक दुर्गादेवी ढाका, जिला तकनीकी विशेषज्ञ रमेश शर्मा, जिला प्रबंधक रुचिका सिंह, डीआरसी इंचार्ज राकेश कुमार, अरविंद सुतलिया, पंकज गौड़, पवन दनोदिया, नरेंद्र सैनी एवम् स्वयं सहायता समूह से महिलाएं सुमन देवी, राजनंदनी, बबीता शर्मा, योगिता प्रजापत, विनोद,सरोज, सावित्री , सुलोचना, सहित राजीविका स्टाफ एवम् महिलाएं उपस्थित रहीं।

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