नेताजी के व्यक्तित्व से लें प्रेरणा, प्रेम और भाईचारे के मूल्य अपनाएं युवा : अशोक गहलोत

0
701

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में वर्चुअल संवाद ‘आजादी का स्वर्णिम इतिहास एवं नया भारत’ में चूरू के युवाओं ने की शिरकत

चूरू। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विराट व्यक्तित्व से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए और प्रेम, भाईचारे व सहिष्णुता का मार्ग अपनाना चाहिए। मुख्यमंत्री रविवार को राजस्थान युवा बोर्ड की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित वर्चुअल संवाद ‘आजादी का स्वर्णिम इतिहास एवं नया भारत’ को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान जिला कलक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र के वीसी कक्ष में एसडीएम राहुल सैनी, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, एनसीसी कार्यक्रम अधिकारी हेमंत मंगल, एनएसएस के जिला समन्वयक डॉ जेबी खान, जावेद मोहम्मद, नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक मंगलाराम जाखड़, विनित ढाका, श्रुति शर्मा सहित अधिकारी, एनएसएस स्वयंसेवक, एनसीसी कैडेट, एनवाईसी से जुड़े युवा मौजूद रहे। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है और तनाव व हिंसा का माहौल है। यह उचित स्थिति नहीं है। जिन लोगों का आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं रहा, वे देश के युवाओं को गुमराह करने में लगे हैं। लोकतंत्र में असहमति रखने वाले व्यक्ति का भी अनादर नहीं होना चाहिए। आजादी के वक्त के नेताओं में मतभेद भले ही हों, मनभेद नहीं होते थे, वे एक दूसरे का बहुत आदर करते थे। महात्मा गांधी के आंदोलन से प्रभावित होकर नेताजी आजादी के आंदोलन में कूदे और गांधीजी को राष्ट्रपिता की उपाधि नेताजी सुभाष ने दी। देश को जयहिंद का नारा भी नेताजी ने दिया। उन्होंने कहा कि आज देश में शांति, अहिंसा, भाईचारे और सहिष्णुता की जरूरत है। शांति से ही परिवार, समाज व देश आगे बढ़ता है। शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने राजस्थान से नेताजी सुभाष के रिश्ते को रेखांकित किया और कहा कि आईसीएस जैसी नौकरी छोड़कर नेताजी आजादी के आंदोलन में कूदे क्योंकि उनके भीतर देशप्रेम की अद्भुत भावना थी। खेल एवं युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि देश के स्वर्णिम इतिहास को आने वाली पीढ़ी जाने और समझे।
राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष नरेश ठकराल, गांधी शांति प्रतिष्ठान के कुमार प्रशांत, राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक सतीश राय ने भी विचार व्यक्त किए। अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए आने वाले समय में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here