चूरू। किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में हुई जिला स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक में साख सीमा निर्धारण के लिए फसलवार लागत मापदंडों के निर्धारण के साथ-साथ खेती-किसानी से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। ।इस मौके पर जौ, चना, सरसों, बाजरा, मूंगफली, मोठ, तिल, इसबगोल सहित विभिन्न फसलों के लिए लागत मापदंडों का निर्धारण किया गया। साथ ही विभिन्न नस्लों के मवेशियों, पशुओं के लिए भी लागत मापदंडों पर विचार-विमर्श किया गया। जिला कलक्टर ने कृषि उपनिदेशक को जिले के किसानों के हित में ग्वारपाठा की फसल को प्रधानमंत्री फसल बीमा की अधिसूचित फसलों में शामिल कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देेश दिए।इस दौरान मौजूद अधिकारियों से जिला कलक्टर ने कहा कि वे किसानों के कल्याण के लिए समर्पित भाव से काम करें और कृषि से जुड़ी योजनाओं का लाभ संवेदनशीलता के साथ किसानों को दें। बैठक में मौजूद किसानों से जिला कलक्टर ने कहा कि वे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के दौरान मिलावट करने वाले लोगों की सूचना प्रशासन को तथा कोरोना की तीसरी लहर के मध्येनजर समस्त प्रोटोकॉल का पालन करें। जिला कलक्टर ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन पूरी तरह उनके साथ है। ।इस दौरान कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक मदनलाल ने फसल लागत मापदंडों के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में डिप्टी रजिस्ट्रार (सहकारिता) गणेशाराम खाती, कृषि उपनिदेशक दीपक कपिला, एलडीएम नरेश नागपाल, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ धनपत सिंह चौधरी, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, मत्स्य पालन अधिकारी इरशाद सहित अधिकारी एवं प्रगतिशील किसान मौजूद थे।