सीईओ डाॅ वीसी गर्ग ने कार्यशाला में किया जनप्रतिनिधियों को प्रोत्साहित, कहा-शौचालय तो बनाने ही होंगे, फिर अभी क्यों नहीं?
प्रतापगढ़। जिला कलक्टर नेहा गिरि के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत वार्ड पंचों एवं जनप्रतिनिधियों की आमुखीकरण कार्यशाला बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित पंचायत समिति सभागार में आयोजित की गई। कार्यशाला में सीईओ डाॅ वीसी गर्ग, प्रधान कारीबाई, बीडीओ अनिल पहाड़िया ने जनप्रतिनिधियों के साथ स्वच्छ भारत मिशन की गतिविधियों पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
दो सत्रों में हुई कार्यशाला में धमोतर, सरीपीपली, लुहारिया, मेरियाखेडी, अचलपुर, देवगढ़, अमलावद, पिल्लू, गादोला, थडा व बोरी, घोटारसी, बडी लांक, बरोठा, बारावरदा, ग्यासपुर, केरवास, कल्याणपुरा, वरमण्डल, सिद्धपुरा, कुलथाना व खोरिया पंचायतों के वार्ड पंच आदि जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की।
इस मौके पर सीईओ डाॅ वीसी गर्ग ने कहा कि खुले में शौच मुक्ति का अभियान आमजन से जुड़ा अभियान है, इसमें इसमें वार्ड पंच बहुत प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वार्ड पंच पंचायती राज की महत्वपूर्ण कड़ी हैं तथा अपने वार्ड के सब लोगों से उनके व्यक्तिगत संपर्क होते हैं। इसलिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए प्रभावी ढंग से लोगों को कन्वींस करें और बताएं कि शौचालय तो बनाने ही होंगे, इसलिए हम अभी से ही इस अच्छे काम की शुरुआत क्यों नहीं करें। उन्होंने कहा कि शौचालय का निर्माण करने वाले प्रत्येक पात्रा व्यक्ति को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। अपने वार्ड के जिन लोगों के शौचालय बन गए हैं और भुगतान नहीं हुआ है, उनका विवरण देकर जाएं ताकि उन्हें शीघ्र भुगतान किया जा सके।
प्रधान कारीबाई मीणा ने वार्ड पंचों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें प्रतापगढ ब्लाॅक को स्वच्छ भारत में अग्रणी साबित करना है। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी मिलजुलकर समस्त कर्मचारियों, अधिकारियों एवं आमजन को साथ लेकर काम करते हुए अपनी-अपनी पंचायतों को जल्दी से जल्दी ओडीएफ करें।
विकास अधिकारी अनिल पहाड़िया ने वार्ड पंचों को प्रभावी ट्रिगरिंग के तरीके बताए और कहा कि ओडीएफ पंचायतों को विकास में प्राथमिकता दी जा रही है तथा उन्हें ठोस कचरा प्रबंधन के लिए विशेष बजट दिया जा रहा है। वार्ड पंच अपने-अपने क्षेत्रों में एक-एक व्यक्ति से संपर्क कर वार्ड को जल्दी से जल्दी खुले में शौच से मुक्त कराएं ताकि जिले को पंद्रह अगस्त से पहले ओडीएफ होने का गौरव प्राप्त हो सके।
युनिसेफ के जिला सलाहकार लोकेन्द्र पालीवाल, आलोक शर्मा ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन व शाॅर्ट फिल्मों के जरिए स्वच्छ भारत मिशन में लोगों को प्रेरित करने के प्रभावी तरीके बताए। पीआरओ कुमार अजय, डीआरजी हरिओम पल सहित विभिन्न अधिकारियों ने इस मौके पर विचार व्यक्त किए। कार्यशाला के दौरान वार्ड पंचों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया। वार्ड पंचों ने फील्ड में आने वाली समस्याओं के बारे में बताया, जिस पर विशेषज्ञ अधिकारियों ने समाधान प्रस्तुत किए।