चूरू। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा कि बच्चों, महिलाओं का समुचित पोषण हम सभी का दायित्व है और इस दिशा में समुचित प्रयास किए जाने चाहिए। जिला कलक्टर गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित पोषण अभियान की जिला अभिसरण समिति की बैठक को अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों को एनीमिया से बचाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय से काम करें और लोगों को जागरुक भी करें।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं को अधिक बेहतर बनाने के लिए अंतर्विभागीय समन्वय पर बल दिया। उन्होनें कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए जरूरी है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिये जा रहे पोषाहार की समुचित गुणवत्ता एवं मात्रा सुनिश्चित की जाए। राष्ट्रीय पोषण अभियान के लक्ष्यों के अनुसार बच्चों में ठिगनेपन, अल्प पोषण व रक्ताल्पता को रोकने तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं तथा किशोरियों में रक्ताल्पता को कम करना, जन्म के समय कम वजन की समस्या को कम करने आदि के लिए समुचित कार्य योजना बनाकर पोषण अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त करना सुनिश्ििचत करें।
उन्होंने खाद्य निगम अधिकारी को पोषाहार की समयबद्ध आपूर्ति के निर्देश दिए और रिक्त पड़े विद्यालयी भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र संचालन, आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत, पेयजल कनेक्शन के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट, आईसीडीएस उपनिदेशक नरेंद्र शेखावत, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, डीआरसीएचओ डॉ विश्वास मथुरिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया, सीपीओ जगदीश जांगिड़, सीडीपीओ सीमा सोनगरा, डीएसओ सुरेंद्र महला, एडीईओ योगेश्वर शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।