दो घर हुए ध्वस्त, प्रशासन पहुंचा मौके पर, करना पड़ा आक्रोश का सामना
चूरू। गाजसर गंदे पानी की गिनानी शुक्रवार अल सुबह एक बार फिर से गाजसर गांव के लोगों के लिए आफत बनकर टूट गई। नींद से आंख खुली तो गांव में कोहराम मचा था चारो तरफ से गांव में एक ही शोर सुनाई दे रहा था की आज फिर वो गिनानी टूट गई है। कोई अपना घर तो कोई अपना खेत संभालने की तैयारी में जुटा था। जैसे जैसे दिन निकलने लगा गांव मे चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। इसी दौरान गांव में स्थित दो-तीन घर पानी में ढ़ह गए। गनीमत यह रही मकान ढहने के बाद भी कोई जनहानि नहीं हुई। मकान में फंसे लोगों को प्रशासन ने ग्रामीणों के सहयोग से सकुशल बाहर निकाला। मगर जिनके मकान ढह गए थे उनकी आंखों से बह रहा पानी सब कुछ बयां कर रहा था। सूचना पर डीएसपी ममता सारस्वत, कोतवाली व सदर पुलिस मय जाप्ते के मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचे सभापति प्रतिनिधि नारायण बालाण के साथ गांव के आक्रोशित कुछ लोगों ने हाथा पाई करने की कोशिश की मगर वहां तैनात पुलिस जाप्ते ने ग्रामीणों से समझाइश कर मामला शांत करवाया। ग्रामीणों की सूचना पर पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़, पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. वासुदेव चावला, जिला प्रवक्ता सुशील लाटा व बसंत शर्मा सहित अनेक भाजपा पदाधिकारी ग्रामीणों के साथ भालेरी रोड पर धरने पर बैठ गए। सड़क पर पानी भरने के कारण चूरू-तारानगर मार्ग अवरूद्ध हो गया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लग गई। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गांव की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई। गांव में किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हो इसके चलते डीएसपी के निर्देश पर सदर थाना जाप्ता तैनात किया गया है।