राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य प्रतापगढ आए, बालिका खेल छात्रावास सहित विभिन्न संस्थानों का किया निरीक्षण
प्रतापगढ़। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य हरी कृष्ण डामोर ने गुरुवार को जिले के विभिन्न स्कूलों, खेल छात्रावासों एवं अन्य राजकीय संस्थानों को निरीक्षण किया और जनजाति विकास के लिए इलाके में सरकारी योजनाओं के संबंध में फीडबैक लिया।
इस सिलसिले में गुरुवार शाम जिला मुख्यालय स्थित जनजाति बालिका खेल छात्रावास पहुंचे डामोर ने छात्रावास की विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में बारीकी से जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। सबसे पहले छात्रावास की रसोई में पहुंचे डामोर ने खाने की मात्रा व गुणवत्ता को जांचा और कहा कि बच्चों को भरपूर पौष्टिक भोजन मिलना चाहिए। उन्होंने सब्जी व आटे की क्वालिटी देखी और विद्यार्थियों को दिए जाने वाले मीनू के बारे में पूछताछ की। वार्डन सुगन मीणा ने बताया कि बालिकाओं को समुचित ढंग से सुबह का नाश्ता, दोपहर व रात्रि का भोजन दिया जाता है। डामोर ने नलों से टपक रहे पानी को देखकर इन्हें ठीक कराने के लिए कहा तथा शौचालय की दीवारों पर आई सीलन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भवन की समुचित देखरेख करें और अपने घर के सामान की तरह सार्वजनिक संपत्ति का इस्तेमाल करें। उन्होंने बालिकाओं के कमरों में निरीक्षण कर उनसे बातचीत की तथा उनकी खेल गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने बाहर पड़ी जिम मशीन व अन्य खेल सामग्री को कमरों में व्यवस्थित ढंग से रखने के लिए कहा और बच्चों को समुचित सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही।
इस दौरान बालिकाओं से आत्मीयता के साथ संवाद करते हुए डामोर ने उन्हें सफलता के टिप्स दिए और कहा कि विद्यार्थियों के लिए बताए जाने वाले पांच लक्षणों का पालन करें, मेहनत से नहीं घबराएं, चीजों को सीखने की प्रवृत्ति रखें, पढाई का भी ख्याल रखें और अपने तर्क से सामने वाले को विनम्रता के साथ कन्वींस करें। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हमारे जमाने में बिजली, बस, बिल्डिंग आदि सुविधाएं नहीं थी, उस समय के हिसाब से आज विद्यार्थियों के लिए प्रचुर सुविधाएं एवं संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि होम सिकनेस से बचें, अपने कैरियर पर फोकस करें और अपनी ताकत को पहचान कर लक्ष्य प्राप्ति के लिए जुट जाएं। नियमित तौर पर अखबार पढें और महापुरुषों की जीवनियों का अध्ययन करें। दूसरों की मदद करें, सरकार की योजनाओं को समझें। खुद भी उनका लाभ लें और दूसरों को भी उनका लाभ दिलवाएं।
जनजाति परियोजना अधिकारी एसीईओ रामेश्वर मीना ने जिले में जनजाति विकास के लिए किए जा रहे कार्यों से डामोर को अवगत कराया। इस दौरान डिप्टी डीईओ भैरूंलाल मीणा, स्वच्छता पर्यवेक्षक नंदकिशोर कुमावत, छात्रावास अधीक्षक सुगन मीणा, कोच मीनाक्षि रावल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे। डामोर ने गुरुवार को टीमरवा में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का भी निरीक्षण किया। वे शुक्रवार दोपहर तीन बजे मिनी सचिवालय सभागार में अधिकारियों के साथ विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे