ऑपरेशन शील्ड के तहत आपातकालीन तैयारी का किया गया परीक्षण, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता की जांच,
चूरू। जिलामुख्यालय के भालेरी रोड स्थित 132 केवी जीएसएस (गिरिड सब स्टेशन) पर शनिवार शाम साढ़े 7 बजे ड्रोन अटैक की सूचना पर सिविल डिफेंस की ओर से मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास का उद्देश्य संभावित आतंकी हमले की स्थिति में जिला प्रशासन, पुलिस, मेडिकल और आपदा प्रबंधन विभाग की तत्परता और समन्वय की जांच करना था।सायरन बजने के साथ ही कंट्रोल रूम से सूचना जारी की गई कि ड्रोन अटैक में दो दर्जन से अधिक लोग हताहत हुए हैं। इस खबर से सुरक्षा और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। सबसे पहले एडीएम अर्पिता सोनी और डीएसपी सुनील झाझड़िया मौके पर पहुंचे। इसके बाद एडिशनल एसपी लोकेंद्र ददरवाल, जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा और एसपी जय यादव घटनास्थल पर पहुंचे। होमगार्ड की टीम सबसे अंत में मौके पर पहुंची।
मेडिकल विभाग की एंबुलेंस शाम 7 बजकर 33 मिनिट पर घटनास्थल पर पहुंच गई और घायल बताए गए लोगों को प्राथमिक उपचार देकर राजकीय भरतिया जिला अस्पताल भेजा गया। स्काउट और एनसीसी कैडेट्स ने भी इस मॉक ड्रिल में उत्साहपूर्वक भाग लिया।जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने बताया कि यह मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत की गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों की सक्रियता और प्रतिक्रिया समय की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास के दौरान जिन विभागों में खामियां देखी गईं, उन्हें भविष्य के लिए सुधारा जाएगा।एसपी जय यादव ने बताया कि इस मॉक ड्रिल से जिले में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी को बल मिला है और संबंधित विभागों की भूमिका स्पष्ट हुई है।। ड्रोन अटैक मैं कई लोगों की मौत और घायल होने की सूचना मिलने के बाद सिविल डिफेंस की समस्त टीमों की टाइमिंग को जांचा गया है, साथ ही जो भी कमियां रही उनको दुरुस्त किया जाएगा।मॉक ड्रिल के बाद रात्रि 8 बजे ब्लैक आउट का मॉक ड्रिल किया गया। इस दौरान शहर की बिजली काट दी गई।पुलिस टीम ने लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। डीएसपी सुनील झाझडियां ने बताया कि रात्रि 8 बजे से 8 बजकर 15 मिनिट तक ब्लैक आउट का मॉक ड्रिल किया गया है।जिसके तहत शहर में बिजली कटोती की गई, वाहन चालकों को समझाइश की गई।