कलेक्ट्रेट के आगे अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले हजारों किसान जुटे, सांसद राहुल कस्वां के नेतृत्व में सौंपा गया ज्ञापन
चूरू। जिला कलक्टर कार्यालय के सामने सोमवार को बकाया फसल बीमा क्लेम सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले आयोजित इस आंदोलन में हजारों किसान जिलेभर से पहुंचे। सुजानगढ़ तहसील से कई किसान पैदल यात्रा कर धरना स्थल पर पहुंचे।
मौके पर सांसद राहुल कस्वां, तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया, रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा, सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली, काग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रफीक मंडेलिया, व एडवोकेट निर्मल प्रजापत सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया।सांसद राहुल कस्वां की अगुवाई में किसानों ने खरीफ 2025 की फसलों के बकाया बीमा क्लेम सहित 13 सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। प्रमुख मांगों में फसल कटाई प्रयोगों में पारदर्शिता, मूंग मोठ के सड़े-गले दानों को क्रोप कटिंग रिपोर्ट में शामिल न करना, ट्यूबवेल किसानों को छह घंटे बिजली आपूर्ति, अतिवृष्टि व गोजालट से नष्ट फसलों की विशेष गिरदावरी, खरीफ 2021 व 2022 के लंबित बीमा क्लेम जारी करना तथा खरीफ 2023 के क्लेम में सैटेलाइट डेटा की बजाय क्रोप कटिंग रिपोर्ट को आधार बनाने की मांग शामिल रही। इस मौके पर सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि किसानों की समस्याएं की लंबे समय से अनदेखी हो रही हैं। फसल बीमा योजना किसानों के लिए राहत का माध्यम है, लेकिन बकाया क्लेम समय पर न मिलना अन्याय है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों की मांगों को केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष मजबूती से रखा जाएगा और समाधान तक संघर्ष जारी रहेगा। किसानों ने बैंकों व बीमा कंपनियों की लापरवाही से वंचित 96 हजार किसानों को रबी 2017-18 से खरीफ 2020 तक के बकाया क्लेम दिलवाने, बिजली के स्मार्ट मीटर पर रोक, हाईटेंशन लाइन के नीचे की भूमि का बाजार भाव से चार गुना मुआवजा तथा सालासर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की भी मांग की। किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को प्रदेशस्तर तक किया जाएगा।













