कोरोना काल में स्पोंडोलाइसिस के रोगी बढ़े: डॉ. एसएन गौतम

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होम आइसोलेशन में भी मास्क, 2 गज दूरी और सेनेटाइजेशन का रखें विशेष ख्याल दिनांक 11 मई को संवाद सत्र में अतिथि होंगे महामारी विशेषज्ञ डॉ मोहापात्रा

अलवर। सोमवार शाम कोटा मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग के आर्य और विभागाध्यक्ष डॉ.एसएन गौतम ने ‘पूछे डॉक्टर से’ ऑनलाइन सैशन में दर्शकों से संवाद किया। जबकि मंगलवार को इसी सत्र में ग्रिड काउंसिल के कार्यकारी निदेशक महामारी विशेषज्ञ डॉ.ए महोपात्रा दर्शकों से रू-ब-रू होंगे। गौरतलब है कि अलवर पुलिस और राजस्थान पुलिस की पहल पर ‘पूछे डॉक्टर से’ ऑनलाइन सैशन 3 मई से आयोजित किया जा रहा है। इस सैशन का प्रमुख उद्देश्य जनता में कोरोना और लॉकडाउन को लेकर फैल रही भ्रांतियों को दूर करना है। इस सैशन के दौरान गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई ई संजीवनी एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। कोटा मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ.एसएन गौतम ने कहा कि किसी भी न्यूरोलॉजीकल डिसऑर्डर में वैक्सीन लगवाने की मनाही नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण पेशेंट तनाव में रहने लगे हैं, ऐसे में सबसे पहली सलाह तो ही यह की डरे नहीं, आराम करें और पानी पीते रहे। डॉ.गौतम ने कहा कि इन दिनों कोरोना के कारण न्यूरोलॉजी के डिसऑर्डर से ज्यादा बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि शरीर में ऑक्सीजन का स्तर आपके शरीर संरचना, बीमारी पर निर्भर करता है इसलिए अगर आपका ऑक्सीजन स्तर 90 से 91 तक भी आ रहा है तो आप को घर पर रहने की जरूरत है। डॉ.गौतम ने यह भी कहा कि ऐसे रोगी जिनका इलाज लंबे समय से चल रहा है तो वह अपने पहले से चल रहे इलाज को कोरोना के कारण रोके नहीं। आरटीपीसीआर स्कोर और सीटी स्कोर के बारे में डॉ.गौतम ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट में में अगर आपका स्कोर ज्यादा आया है तो पेशेंट को रोग होने की संभावना कम है। जबकि सीटी स्कोर जितना ज्यादा है बीमारी उतनी ही गंभीर है। डॉ. गौतम ने कहा कि कोराना काल में सरवाइकल स्पोंडोलाइसिस के रोगियों की संख्या ज्यादा बढ़ गई है। क्योंकि इस काल में मोबाइल स्क्रीन पर लोगों को टाइम बढ़ गया है कि ऐसे में अगर आपको टीवी और मोबाइल देखना है तो आप बैठकर देखें अगर लेट कर टीवी और मोबाइल देख रहे हैं तो आप स्वयं हाथ, पैर, गर्दन की बीमारियों की बढ़ावा दे रहे हैं। डॉ.गौतम ने कहा कि भाप लेने से संक्रमण में जल्दी सुधार होने की संभावना रहती है। आइसोलेशन के बारे में उन्होंने कहा कि आइसोलेशन की पूरी गाइडलाइ है जिसकी पालना करना जरूरी है। डॉ.गौतम ने कहा कि किसी एक घर में दो और उससे ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव है तो दो लोग एक कमरे में आइसोलेट हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मास्क लगाना आवश्यक है लेकिन रात को सोते समय मास्क नहीं लगाना चाहिए। डॉ.गौतम ने कहा कि अगर किसी घर में कोरोना पेशेंट्स है और आपके घर में एक ही शौचालय है तो आपको सैनेटाइज करके ही उस शौचालय का उपयोग करें।

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