चूरू। माननीय राज. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेषन न्यायाधीष), चूरू बलजीतसिंह के निर्देषानुसार सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रमोद बंसल द्वारा विष्व पर्यावरण दिवस पर एडीआर सेन्टर, चूरू परिसर में वृक्षारोपण कर विधिक साक्षरता षिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रमोद बंसल ने बताया कि पर्यावरण यानि हमारे चारों तरफ जो भी प्राकृतिक या कृत्रिम आवरण है, जो हमारे जीवन के लिए आवष्यक है, पर्यावरण है। कभी-कभी पर्यावरण को प्रदुषण का पर्यायवाची समझा जाता है क्योंकि जब भी हम प्रदुषण की बात करते है तो इसका तात्पर्य पर्यावरण प्रदुषण को रोकना ही है, यदि हमारे चारों तरफ का पर्यावरण दूषित होगा, तो मानव जीवन कठिन होगा। इसलिए आवष्यकता है पर्यावरण की स्वच्छता व सुरक्षा की। वर्तमान में कोरोना महामारी को पर्यावरण प्रदुषण से जोड़कर देखा जा रहा है, सचिव ने बताया कि पर्यावरण प्रदुषण की रोकथाम के लिए देष में वायु प्रदुषण निवारण अधिनियम व जल प्रदुषण निवारण अधिनियम बने हुए है जिसके तहत पर्यावरण प्रदुषित करने वालों के विरूद्ध आपराधिक कार्यवाही करने का भी प्रावधान है, पर्यावरण के संरक्षण व स्वच्छता में पेड़ो के महत्व को बताया गया और बताया गया कि पेड़ जीवन का आधार है, इसलिए हमारी संस्कृति में पेड़ो की भी पूजी की जाती है, इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी समाजसेवी बाबुलाल तुनगरिया के सौजन्य से वृक्षारोपण किया गया। श्री तुनगरिया ने उपस्थितजन को विष्व पर्यावरण दिवस के महत्व के बारे में जानकरी देकर बताया कि किस प्रकार वृक्ष हमारे जीवन का आधार है व हमें प्राणवायु प्रदान करते है। अतः सभी अपने जीवन में अधिक से अधिक वृक्ष लगाए।