मासिक गारंटी में छूट की मांग, जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
हनुमानगढ़। (हिमांशु मिढ़ा) शराब की दुकानें खोले जाने के समय को लेकर शराब कारोबारी नाराज हैं। शराब कारोबारियों ने गारंटी में छूट या दुकानों का समय बढ़ाने की मांग की है। छूट नहीं देने की स्थिति में पूरी तरह से शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं। साथ ही जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय के समय धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। बुधवार को शराब ठेकेदारों ने आबकारी आयुक्त के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि अनुज्ञाधारी शराब ठेकेदारों की ओर से जिले में अधिकतम बिड लगाकर दुकानें ली गई हैं। कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते राज्य सरकार की गाइडलाइन के तहत शराब दुकान सुबह 6 से 11 बजे खोलने की स्वीकृति दी गई है। वीकेंड शनिवार-रविवार को दुकान बंद रखी गई। है । इस अल्प व सुबह के समय में शराब ठेकेदारों की ओर से किसी तरह की बिक्री किया जाना संभव नहीं है। साथ ही महामारी के चलते दुकानों के अनुज्ञाधारी व सेल्समैन बैंक, बाजार, गोदाम व दुकानों में जाने से कोरोना संक्रमित हो रहे हैं और उनकी जान जोखिम में डल रही है। वर्तमान आबकारी नीति 2021-22 के अनुसार शराब के ठेके खुलने का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 8 बजे तकनिर्धारित है। 24 अप्रैल को वित्त विभाग ने शराब की दुकानें खोलने के लिए सुबह 6 बजे से 11 बजे तक का समय निर्धारित कर दिया। इसके अलावा शनिवार और रविवार को वीकेंड कफ्र्यू के कारण शराब दुकानें पूर्णतया बंद रहेंगी। इससे शराब के कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है। आबकारी नीति 2021-22 के खिलाफ और ठेकेदार के बीच हुए अनुबंध की मुख्य शर्तों का उल्लंघन हो रहा है। आदेश की पालना करते हुए ठेके चलाना ठेकेदारों के लिए बिल्कुल संभव नहीं है। शराब का सेवन रात्रि के समय किया जाता है। सुबह 10 बजे से रात 8 बजे के पूर्व निर्धारित समय में भी पूरे दिन की अधिकांश बिक्री आखिरी 2 घंटे शाम 6 से 8 के बीच होती है। लेकिन सुबह 6 बजे से 11 बजे तक के समय में शराब का ग्राहक नहीं आता है। सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम गारंटी की पूर्ति करना ठेकेदारों के लिए वर्तमान स्थिति में संभव नहीं है। अब कोविड- 19 की वजह से बाजार में कफ्र्यू और लॉकडाउन लगा हुआ है। इसके चलते बाजार में ग्राहक नहीं है और बेरोजगारी की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
शहर में शराब की बिक्री सर्वाधिक प्रभावित हुई है। कोरोना के संकट में भी शराब ठेकेदार हमेशा सार्थक सोच के साथ आबकारी विभाग के पूर्ण सहयोग करने के लिए सहमत हैं। सुबह 6 बजे से 11 बजे तक भी शराब की बिक्री करने पर सहमत हैं। लेकिन जब तक बाजार की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक विशेषकर जन अनुशासन पखवाड़े के समय में पूर्व निर्धारित न्यूनतम गारंटी समाप्त कर जितनी बिक्री हो उतनी जिम्मेदारी के आधार पर शराब ठेका चलाने की इजाजत दी जाए। अन्यथा सभी शराब ठेकेदार जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। इस मौके पर राजेन्द्र चौधरी, प्रदीप तिवाड़ी, सुरेश भडिय़ा, भंवरसिंह, अरविन्द कुमार, अनिल, बनवारी लाल, राजेश, अशोक, पप्पू, बलवान सहित कई शराब ठेकेदार मौजूद थे।