चूरू। इन्टरनेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा विशेषज्ञ डा. अमरसिंह शेखावत इन्टरनेशनल होम्यो. मेडिकल लीगा, नेपाल में तीन दिवसीय इन्टरनेशनल होम्यो. कांफ्रेंस में भारतीय होम्योपैथ्स का नेतृत्व कर सोमवार को काठमाण्डू नेपाल से चूरू लौटे। कांफ्रेंस में डॉ. शेखावत द्वारा प्रस्तुत पत्थरी, गठिया तथा चर्म रोगों के शोध पत्र को इन्टरनेशनल लेवल पर पुन मान्यता मिलने के उपलक्ष में लीगा इन्टरेनशल, नेपाल के चेयरमैन डा.ए. ग्यावली ने डा. अमरसिंह शेखावत को लीगा का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। लीगा के विशेष आग्रह पर डा. शेखावत ने अपने पूर्व में मान्य एलर्जी-नजला तथा पाईल्स पर शोध पत्र रखा जिसकी कांफ्रेंस में सराहना की गई। इससे पूर्व में भी विभिन्न देशों में सम्पन्न इन्टरनेशनल होम्यो. कांफ्रेंस में अनेकों बार डॉ. अमरसिंह ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये है जिन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इस दौरान नेपाल में निवास कर रहे भारतीयों की मारवाड़ी सेवा समिति, काठमाण्डू की ओर से डॉ. शेखावत द्वारा चिकित्सा, शोध तथा समाज सेवाओं से भारत देश का गौरव बढ़ाने के उपलक्ष में समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र अग्रवाल की अध्यक्षता में समारोहपूर्वक सम्मान किया गया। कांफ्रेंस में भारत से 41 तथा विश्व के 81 देशों के 1410 डेलिगेट्स ने भाग लिया तथा 60 वरिष्ठ शोधकर्ताओं व होम्योपैथ्स ने शोध पत्र प्रस्तुत किये। होम्योपैथी की चिकित्सा, शोध एवं शिक्षा पर गहन मंथन कर अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये।