परमहंसी गंगा आश्रम में प्रात: 10 बजे से शुरू होगा देशभर के संतो का जमावडा
जबलपुर। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के पालनार्थ आगामी 29 नवम्बर को गीता जयन्ती के शुभ अवसर पर ज्योतिषपीठ एवं द्वारिकाशादापीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का ज्योतिषपीठाधीश्वर के रूप में अभिषेक किया जा रहा है। यह भव्य कार्यक्रम झोंतेश्वर श्रीधाम के निकट परमहंसी गंगा आश्रम में प्रात: 10 बजे से शुरू होगा। महाराजश्री का अभिषेक करने के लिए वाराणसी से भारत धर्म महामंडल और काशी विद्वत परिषद के पदाधिकारियों के साथ द्वारिकाशारदा पीठ, श्रंगेरीपीठ और पुरी पीठ के शंकराचार्यों के प्रतिनिधि आदि पधार रहे है।
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इन्ही पांचों को ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य के विषय में निर्णय करने का आदेश दिया था। इसी के परिपालन में तीनों पीठ के शंकराचार्यों की सहमति से भारत धर्म महामंडल ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को ज्योतिषपीठाधीश्वर के रूप में मान्य करते हुए उनका अभिषेक करने का निर्णय लिया है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वामी वासुदेवानंद का ज्योतिषपीठ का शंकराचार्य होने का दावा खारिज करते हुए उन्हे न केवल शंकराचार्य पद बल्कि सन्यासी तक होने के लिए अयोग्य ठहराते हुए ज्योतिषपीठ को रिक्त घोषित कर दिया था जबकि इस तथ्य को स्वीकार किया था कि 1973 में ज्योतिषपीठाधीश्वर के रूप में स्वामी श्री स्वरूपानंद जी सरस्वती का अभिषेक हुआ था, लेकिन तब यह पीठ रिक्त नही थी। 1982 से द्वारकाशारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद जी सरस्वती जी महाराज है अब उनके ज्योतिषपीठ पर अभिषेक से ज्योतिषपीठ के शंकराचाय्र का विवाद समाधानपूर्वक समाप्त हो गया है।