संयुक्त निदेशक की सीएमएचओ-आरसीएचओ को खरी-खरी
बीकानेर। 10 अक्टूबर से शुरू हो रहे सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के तहत लगने वाले 107 विशेष टीकाकरण सत्रों से सम्बंधित क्षेत्रों में हेड काउंट व ड्यू लिस्ट में अभी भी खामियां हैं। अभी भी उनका सत्यापन पूर्ण नहीं हुआ है। इसे हर हालत में 3 दिवस में सुधारा जाए। ये कहना था बीकानेर जॉन के संयुक्त निदेशक डॉ. हरबंस सिंह बराड़ का वे बुधवार को सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान की तैयारियों को लेकर बैठक ले रहे थे। उन्होंने कड़े शब्दों में सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चैधरी को निर्देश दिए कि 3 दिन में जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारी अभियान चलाकर एक-एक क्षेत्र में जाकर हेड काउंट व ड्यू लिस्ट का सत्यापन करें और जहां खामी पाई जाए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जावे। संयुक्त निदेशक व विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा द्वारा बुधवार को नोखा क्षेत्र में सत्यापन किया गया जिसमे कई बड़ी खामियां पाई। कहीं सर्वे अपूर्ण था तो कहीं 2 वर्ष तक के बच्चे छूटे मिले। डॉ. बराड़ ने बैठक में गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता को स्पष्ट किया कि अभियान की मोनिटरिंग सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से हो रही है इसलिए अगर कोई खामी रह गई तो सामने भी आ जाएगी जिसके लिए अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। सीएमएचओ ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को क्षेत्र आवंटित करते हुए 3 दिन में सत्यापन व सुधार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सेवारत चिकित्सकों के असहयोग आन्दोलन के चलते बैठक में बीसीएमओ अनुपस्थित रहे इस पर भी संयुक्त निदेशक ने सभी को जवाब तलब किया है। बैठक में डॉ. मंजुलता शर्मा, यूनीसेफ के संभागीय समन्वयक ललित रंगा, डीपीएम सुशील कुमार, एनयूएचएम सलाहकार नेहा शेखावत व आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य भी उपस्थित रहे।