चिकित्सकों ने कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर किया प्रदर्शन, कार्यवाही नहीं किए जाने पर कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी
चूरू । राजकीय भरतिया अस्पताल के गेट पर यूथ कांग्रेस द्वारा किया गया प्रदर्शन मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस प्रदर्शन के दौरान मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल के साथ हुई अभद्रता के विरोध में मंगलवार को राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर एशोसिएशन के बैनर तले डॉक्टर्स लामबंद हो गए। आक्रोशित चिकित्साकमिर्या ने कलेक्ट्रेट और एसपी दफ्तर के सामने जमकर नारेबाजी की और मामले में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो बुधवार से प्रतिदिन दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू करेंगे। चिकित्सकों का कहना था कि सोमवार को यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अस्पताल का गेट जाम कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. महेश मोहन पुकार ने जब प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर रास्ता खाली करने की अपील की, तो उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इतना ही नहीं, प्रदर्शन के चलते एम्बुलेंस तक को रास्ता नहीं दिया गया। प्रदर्शन के दौरान मरीजों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा।
मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति की नहीं, पूरे चिकित्सा समुदाय की गरिमा का मामला है। प्रदर्शनकारियों द्वारा मरीजों की सेवा में बाधा उत्पन्न करना निंदनीय है और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए दोषियों को पाबंद किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने त्वरित और सख्त कदम नहीं उठाए, तो चिकित्सा सेवाओं पर असर पड़ सकता है। क्योंकि उनके द्वारा कार्य बहिष्कार किया जाएगा। पीडीयू मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. महेश मोहन पुकार ने कहा कि यह घटना राजकार्य में बाधा है। इसके जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज द्वारा भारतीय सेना के सम्मान में निकाली गई तिरंगा रैली से असहज थे, और इसी को लेकर उनके ऊपर व्यक्तिगत आरोप लगाए गए। डॉ. पुकार ने इसे एक सुनियोजित प्रोपेगेंडा बताया जिसका उद्देश्य उनकी मानहानि करना था। इस अवसर पर बडी संख्या में मेडिकल कॉलेज आचार्य, सह आचार्य और मेडिकल कार्मिक मौजूद रहे।