परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत जैविक खेती पर प्रशिक्षण दिया
सरदारशहर। उपखंड क्षेत्र में परम्परागत कृषि विकास योजनांतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन ग्राम पंचायत मीतासर व भानीपुरा में किया गया। प्रशिक्षण शिविर में कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी कृष्ण सारण ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए जैविक उत्पाद आवश्यक है।
ऐसे में किसानों को रासायनिक मुक्त खेती करना चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में जांच के उपरान्त ही उर्वरक का उपयोग करना चाहिए। इस दौरान किसानों को केंचुआ खाद बनाने की विधि, जैविक काढ़ा एवं बफर जोन की जानकारी दी। कृषि पर्यवेक्षक एकता बेनीवाल और रेणु ने जैविक बीज, मेढबन्दी, जीवामृत बनाने की विधि पर प्रकाश डालते हुए मृदा की उर्वरा क्षमता बनाए रखने के संतुलित उर्वरक या जैविक खेती अपनाने पर जोर दिया। इसी दौरान प्रशिक्षण शिविर में कृषि यंत्र, पाईप लाइन, फार्म पौण्ड एवं तारबन्दी योजना को लेकर किसानों को जागरुक किया। इस दौरान प्रशिक्षण शिविर में मीतासर, लोढसर, बायला, पुनुसर, हिराजसर आदि गांवों के किसान उपस्थित रहे।