घाँघू के मुख्य गोगामेड़ी खेल मैदान में पारंपरिक कबड्डी प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ
चूरू । घाँघू गांव में गोगानवमी के अवसर पर प्रत्येक वर्ष होने वाली कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ शुक्रवार को मुख्य गोगामेड़ी खेल मैदान पर सदर थानाधिकारी फरमान खान ने किया।
इस मौके पर सदर थानाधिकारी फरमान खान ने कहा कि व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के लिए तो खेल जरूरी हैं ही, एक समाज के स्वास्थ्य के लिए भी खेल बहुत जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि भागदौड़ से भरी इस जिंदगी में शारीरिक स्वास्थ्य बनाये रखना एक बड़ी चुनौती है। हम सभी को अपनी दिनचर्या में खेल और शारीरिक गतिविधि को शामिल करना चाहिए। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एक दिशा देते हैं और लोगों में ऊर्जा भरते हैं।
सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय ने कहा कि जो व्यक्ति और जो समाज खेल में समय और ऊर्जा करता है, वह कभी घाटे में नहीं रहता है।
सहायक निदेशक जनसम्पर्क कुमार अजय ने कहा कि खेल व्यक्ति को जुझारू बनाते हैं और इससे व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होता है। खेलों में कैरियर की भी अपार सम्भावनाएं हैं। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को आउटडोर खेलों से जोड़ें।
उप सरपंच पूरण सिंह शेखावत ने कहा कि बच्चों को मोबाइल फोन से ध्यान हटाकर खेल मैदान में टाइम देना चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता महावीर नेहरा ने कहा कि सरकार खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए भरपूर काम कर रही है। ऐसे आयोजनों में हमको सकारात्मक भाव से अपना योगदान करना चाहिए।
संयोजक केशर देव गुरी ने आभार जताया। संचालन बीरबल नोखवाल ने किया। इस दौरान एएसआई सुरेश कुमार, जीएसएस के पूर्व अध्यक्ष परमेश्वरलाल दर्जी, पूरणसिंह शेखावत, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक सफी मोहम्मद गांधी, राजेश जांगिड़, बजरंग कपूरिया, अशोक मेघवाल, हेड कांस्टेबल देवीसिंह, बनवारी लाल, केसरदेव गुरी, आजम पहाड़ियान, यूसुफ पहाड़ियान, करणीराम नैण, ताराचंद प्रजापति, विजयसिंह भाम्भू, विजेंद्र सिहाग, रतनसिंह राठौड़, दिनेश सैनी, महादेव जांगिड़, हाजी यूसुफ खान, नेमीचंद जांगिड़, प्रदीप दर्जी, रामचंद्र रेवाड़, पंकज जांगिड़, हेमंत दर्जी, विपिन रेवाड़, राकेश बरड़, प्यारेलाल प्रजापत, खुशी मोहम्मद, देवकरण जांगिड़, मनीष दर्जी, विशाल दर्जी, मनीष बरड़, अरविंद रेवाड़, सुरक्षित रेवाड़, लक्ष्मण सिंह राठौड़, संजय दर्जी, जोधपुर डिस्कॉम के देवकरण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, खिलाड़ी, खेलप्रेमी मौजूद थे।