चूरू। भरतिया अस्पताल में 602 वें दादा कायम खा डे पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से पौधरोपण का आयोजन किया गया। पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण, पीएमओ डाॅ.एफएच गौरी, कोविड प्रभारी डा.साजिद चैहान व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डा.वासुदेव चावला आदि ने अस्पताल परिसर में पौधरोपण किया। कार्यक्रम के दौरान भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अख्तर खान ने बताया कि मरीजो व बच्चों को जलजीरा व ज्यूस पिलाया। पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने कहा कि कायमखानी समाज के लिए दादा कायम खां ने एकता के सूत्र समाज का बांधकर रखा था। इस बात पर फख्र करना चाहिए कि उस महान योद्धा और देवरूपी इंसान नवाब कायम खान का खून समाज की रगों में दौड़ रहा है। जिनके देश प्रेम, बहादुरी और वफादारी के किस्से इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हैं। ये उस कौम के वंशज हैं, जो अपनी पुरातन परम्पराओं एवं संस्कृति के बल पर साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक मानी जाती है। हम उस कौम के वंशज हैं। जिसने वतनपरस्ती में अपने प्राणों की आहुति दी है। दादा नवाब कायम खान की शिक्षाओं व आदर्शों को आत्मसात करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रण लेना चाहिए। पीएमओ डा.एफएच गौरी ने बताया कि इस दिन सब गिले शिकवे भूल कर शहर में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दादा नवाब कायम खान साहब की जीवनी, कायमखानी कौम की उत्पत्ति, देश की रक्षा में कायमखानी सरदारों का योगदान एवं बलिदान, कायमखानी संस्कृति और परम्पराओं के बारे में बच्चों एवं युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।।डा.वासुदेव चावला ने कहा कि अस्पताल में एक तो आक्सीजन पाईप लाईन से मिलती है। लेकिन ये पौधा जो आज लगाया है। इस पौधे से प्राकृतिक आक्सीजन आमजन को मिलेगी। मोर्चा के जिलाध्यक्ष अख्तर खान ने बताया कि हमें खासतौर पर याद रहनी चाहिए कि यह जो हम नाम के पीछे कायमखानी लिख कर गौरवान्वित होते हैं, तो हमें वो गौरव देने वाले सिर्फ हमारे दादा नवाब कायम खान ही हैं। हम जिंदा कौम कायमखानी से ताल्लुक रखते हैं। जिसका अतीत गौरवशाली है तो वर्तमान भी इतिहास रचने का वजूद रखते है। इस अवसर पर युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष इमरान दिलावरखानी, युवा नेता अजीज सलेमखानी, आजाद भाटी, इरशाद भाटी, आदिल भाटी, सलीम दिलावरखानी, अल्पसंख्यक कार्यकर्ता फारूक लुहार, नासिर खान, अख्तर खान, सोनू, हबीब डायर, बाबु खान, बाबु टेलर, रसूल सब्जीफिरोश, इलियास सब्जीफिरोश, आदि ने सहयोग प्रदान किया।