स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संयुक्त सचिव तथा प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना सीएनओ विजय नेहरा तथा जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने जिले के साण्डवा में किसानों व हितधारकों से किया संवाद, योजना की बेहतर क्रियान्विति को लेकर की चर्चा
चूरू । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संयुक्त सचिव तथा प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना सीएनओ (केन्द्रीय नोडल अधिकारी) विजय नेहरा तथा जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने रविवार को जिले के साण्डवा में किसानों व हितधारकों से योजना की बेहतर क्रियान्विति को लेकर संवाद किया। इस दौरान उन्होंने साण्डवा में किसानों द्वारा बनाए गए पॉलीहाउस तथा उद्यानिकी कार्य का भी अवलोकन किया तथा किसानों से संवाद किया।
सीएनओ विजय नेहरा व जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने किसानों एवं विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत संवाद करते हुए योजना के उद्देश्य, योजना से जुड़े लाभ, उसकी प्रगतिशील संभावनाएं तथा जमीन स्तर पर विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की तथा योजना की बेहतर एवं प्रभावी क्रियान्विति के लिए सुझाव लिए।सीएनओ विजय नेहरा ने कहा कि योजना में सम्मिलित सभी विभागों के कनवर्जेन्स से योजना की समुचित क्रियान्विति सुनिश्चित हो। प्रभावी कार्य योजना के लिए किसानों व हितधारकों के सुझावों को सम्मिलित किया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तकनीकी पहलुओं एवं कार्ययोजना की जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन सुविधाओं से जोड़कर कृषि क्षेत्र को अधिक मजबूत बनाना है।उन्होंने कहा कि किसानों के सुझाव हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इन्हीं के आधार पर योजना की दिशा और क्रियान्विति को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकता है।इस मौके पर जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना किसानों के फसल उत्पादन को बढ़ाते हुए उनकी आय में वृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है। योजना की सफल क्रियान्विति के लिए जमीनी स्तर की समस्याओं को समझकर तथा किसानों से संवाद स्थापित करके ही संभव है।उन्होंने किसानों को योजना के बारे में समुचित जानकारी देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना से जुड़ी सभी सुविधाओं के बारे में किसानों को स्पष्ट एवं सरल जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
इस दौरान किसानों ने जिले के भूमिगत पानी की गुणवत्ता को देखते हुए जल संग्रहण ढांचे बनाए जाने, नहरी क्षेत्र का विस्तार करने, संरक्षित खेती में अनुदान को 95 प्रतिशत करने, किसान की उपज के लिए स्टोरेज के लिए वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, अधिक से अधिक संख्या में प्रोसेसिंग यूनिट बनाए जाने, जिले में उद्यानिकी के लिए सरकार नर्सरी स्थापित किए जाने, फलदार पौधों की पक्षियों से सुरक्षा के लिए नेट आदि की उपलब्धता, थारशोभा ‘खेजड़ी’ के लिए एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किए जाने सहित परंपरागत खेती में नवाचार तथा उद्यानिकी व कृषि प्रसंस्करण से जुड़े सुझाव दिए, जिस पर सीएनओ नेहरा व जिला कलक्टर सुराणा ने कार्ययोजना के लिए सकारात्मक रूप से विचार करने की बात कही। इस दौरान एसडीएम अमीलाल यादव, कृषि संयुक्त निदेशक डॉ धर्मवीर डूडी, सहायक निदेशक कुलदीप शर्मा सहित अधिकारी व किसान मौजूद रहे।














