


झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
राजकीय मोरारका महाविद्यालय में एनएसएस की तीनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजन कला, साहित्य, संस्कृति व पुरातत्व विभाग राजस्थान के तत्वावधान में 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चल रहे सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा के अंतर्गत क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में वरदान सिद्ध होगा? विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्र निर्माण के प्रति चेतना, तार्किक चिंतन, तथा रचनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना था। स्वयंसेवकों ने अपने-अपने पक्षों को सशक्त तर्कों और तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया। उन्होंने भारत के वर्तमान परिदृश्य, विकास की दिशा, वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति, सामाजिक चुनौतियां तथा विषय की संभावनाओं पर गहन विचार व्यक्त किए। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर संगीता कुमारी बीए सेमेस्टर फर्स्ट, द्वितीय स्थान पर एकता बीए सेमेस्टर फर्स्ट व अब्दुल बास्ट बीएससी तृतीय स्थान पर रहे। वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में रमेश कुलहरि, डॉ. विकास मील और डॉ. आकांक्षा डूडी ने भूमिका निभाई।











