ट्रेन में यात्रा करते बुजुर्ग की बिगड़ी थी तबियत, ओम कॉलोनी रेलवे फाटक पर चैन खींचकर रोका ट्रन को, युवक शुभम बाइक पर बुजुर्ग भल्ले राम को लेकर पहुंचा अस्पताल
चूरू। शहर के वार्ड संख्या 36 निवासी युवक शुभम ने रविवार को अद्भुत इंसानियत और साहस का परिचय देते हुए 70 वर्षीय बुजुर्ग भल्ले राम की जान बचाई। हरियाणा के फतेहाबाद निवासी भल्ले राम ट्रेन में बीकानेर से राजगढ़ जा रहे थे। तभी ट्रेन में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने चैन खींचकर ट्रेन को ओम कॉलोनी रेलवे फाटक के पास रुकवा तो लिया लेकिन अब भलेराम को अस्पताल पहुंचाएं कौन। इसी बीच वहां से गुजर रहे शुभम ने बिना समय गवाए बुजुर्ग को अपने साथी की मदद से बाइक पर बैठाया और सीधे राजकीय भरतिया अस्पताल के आपातकालीन वार्ड तक पहुंचा दिया। शुभम अपनी बाइक को इमरजेंसी वार्ड के अंदर तक ले गया ताकि बुजुर्ग को तुरंत इलाज मिल सके। इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए उसने स्ट्रेचर का इंतजार भी नहीं किया और बाइक को सीधे इमरजेंसी वार्ड तक अंदर ले गया। चिकित्सकों ने भी तत्परता दिखाते हुए इलाज शुरू किया। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि भल्ले राम का शुगर लेवल खतरनाक रूप से गिरकर 11 तक पहुंच गया था। चिकित्सकों का कहना था कि यदि उन्हें समय पर अस्पताल नहीं लाया जाता तो उनकी जान पर संकट आ सकता था। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एम.एम. पुकार ने शुभम के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे संवेदनशील और साहसी युवक समाज के लिए प्रेरणा हैं। वहीं शुभम ने कहा कि उस वक्त बस इतना ख्याल आया कि किसी की जिंदगी बचानी है। शुभम की त्वरित सूझबूझ और मानवीय संवेदनशीलता ने न केवल एक बुजुर्ग की जिंदगी बचाई, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि मदद का जज्बा ही इंसानियत का असली चेहरा है।