जिला कलेक्टर से नहीं मिलने पर किसानों ने ज्ञापन चस्पा कर जताया विरोध, चेताया बड़े आंदोलन का संकेत
हनुमानगढ़। हिमांशु मिढ्ढा
खरीफ की फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद व हनुमानगढ़ जिले में उर्वरक व कीटनाशी परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की मांग को लेकर सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा हनुमानगढ़ के नेतृत्व में किसानों ने जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। किसानों ने मांग की कि सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान, मूंग, मूंगफली और बाजरा की समयानुसार सरकारी खरीद की जाए ताकि किसानों को फसल बेचने में घाटा न उठाना पड़े।किसानों का कहना है कि विगत वर्षों में भी खरीद की प्रक्रिया बहुत देर से शुरू की जाती रही है, जिससे उन्हें अपनी उपज औने-पौने दामों पर निजी व्यापारियों को बेचनी पड़ती है।आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता रेशम सिंह मानुका ने कहा, ष्हर बार सरकार केवल वायदे करती है लेकिन जब खरीद की बारी आती है तो केवल औपचारिकताएं होती हैं। किसान फिर से वही अपमान और नुकसान नहीं झेलेगा। इस बार हम समय से मूंग और मूंगफली की खरीद शुरू करवाकर रहेंगे।किसान नेता रामेश्वर वर्मा ने कहा, ष्सरकार ने चुनाव के समय कहा था कि बाजरा समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा, लेकिन अब तक उस पर कोई अमल नहीं हुआ। जब पंजाब और हरियाणा में धान खरीदा जाता है, तो राजस्थान में क्यों नहीं? सरकार की यह नीति भेदभावपूर्ण है।रायसाहब चाहर मल्लड़खेड़ा ने कहा, ष्किसानों को उनकी मेहनत की उचित कीमत नहीं मिल रही। साथ ही क्षेत्र में उर्वरक व कीटनाशी की गुणवत्ता की जांच के लिए कोई प्रयोगशाला नहीं है, जिससे किसान मिलावट का शिकार हो रहे हैं। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जाए ताकि किसानों को वैज्ञानिक मदद मिल सके।लगभग 100 से अधिक किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचा, लेकिन लगभग एक घंटे तक प्रतीक्षा करने के बावजूद जिला कलेक्टर से भेंट नहीं हो सकी। इससे नाराज़ किसानों ने कलेक्टर कक्ष के बाहर ही ज्ञापन को चस्पा कर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रशासन ने जल्द किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो वे अनिश्चितकालीन धरने की ओर बढ़ेंगे।ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 15 सितम्बर से धान व मूंग की खरीद, 1 अक्टूबर से मूंगफली की खरीद और बाजरा-धान की त्वरित सरकारी खरीद सुनिश्चित की जाए। साथ ही कीटनाशी व उर्वरक जांच प्रयोगशाला की स्थायी स्थापना के लिए बजट व स्वीकृति जल्द दी जाए।संयुक्त किसान मोर्चा ने चेताया है कि अगर सरकार किसानों से किए वायदे पूरे नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में बड़ा और निर्णायक आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।इस मौके पर शेर सिंह शाक्य, बहादुर सिंह चौहान, बसंत सिंह, जाकिर हुसैन, लखवीर सिंह, रविन्द्र सिंह, गुरप्रेम सिंह, रामकुमार, वारिस अली सहित अन्य किसान मौजूद थे।