71675 जिले को छोड़ चुके, फिर भी थे मतदाता सूची में झुंझुनूं निवासी, एसआईआर का कार्य पूरा होने के बाद ड्राफ्ट जारी

झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए एसआईआर के बाद सामने आया है कि झुंझुनूं जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों में 22 हजार 939 ऐसे मतदाता था। जिनका निधन हो चुका था। लेकिन वे मतदाता सूचियों में अब तक जिंदा थे। एसआईआर में ऐसे 22 हजार 939 मतदाताओं का नाम काटा गया है। तो वहीं 71 हजार 675 ऐसे मतदाता भी थे। जो कभी झुंझुनूं जिले के निवासी होने के साथ—साथ मतदाता हुआ करते थे। अब वे स्थायी रूप से ना केवल झुंझुनूं जिला छोड़ चुके है। बल्कि दूसरी जगहों के मतदाता भी बन गए है। ऐसे 71 हजार 675 मतदाताओं समेत सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1 लाख 16 हजार 082 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्टों से काट दिए गए है। एसआईआर से पहले जहां जिले के कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 48 हजार 032 थी। वो अब घटकर 17 लाख 31 हजार 950 रह गई है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर कलेक्टर डॉ. अरूण गर्ग ने एसआईआर के बाद मतदाता सूचियों का ड्रॉफ्ट विभिन्न राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों व अधिकारियों की मौजूदगी में किया। इस मौके पर उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी शंकाओं का समाधान किया। साथ ही आगामी कार्यक्रम के बारे में भी बताया और सहयोग की अपील की। इस मौके पर जिला कलेक्टर ने बताया कि 14 फरवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। कोशिश है कि एक सही मतदाता सूची तैयार हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सही मतदाता छूटे नहीं और गलत मतदाता रहे नहीं। इसी भावना के साथ आने वाले दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाए।
116082 प्रपत्र वापिस नहीं आए
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अरूण गर्ग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में बताया गया है कि 27 अक्टूबर को जब मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण 2026 का कार्यक्रम घोषित किया गया था। तब झुंझुनूं जिले में 18 लाख 48 हजार 032 मतदाता थे। सभी मतदाताओं व उनके तय स्थानों तक गणना प्रपत्र भिजवाए गए थे। लेकिन इनमें से 1 लाख 16 हजार 082 मतदाताओं के गणना प्रपत्र वापिस नहीं जमा हुए। तय तारीख तक बीएलओ के पास 17 लाख 31 हजार 950 गणना प्रपत्र ही वापिस आए। इनमें से 22939 मतदाताओं के निधन होने की, 71675 मतदाताओं के स्थायी रूप से स्थानान्तरित होने की जानकारी मिली है। जबकि 14528 मतदाता अनुपस्थित रहे। तो 6240 मतदाता ऐसे थे। जिनका एक अधिक स्थान पर मतदाता सूची में नाम लिखा हुआ था। वहीं 700 मतदाताओं के भी अन्य कारणों से प्रपत्र जमा नहीं हुए।
झुंझुनूं में सर्वाधिक नाम कटे, सूरजगढ़, नवलगढ़ भी कम नहीं
एसआईआर के बाद सर्वाधिक 20 हजार 280 नाम झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से काटे गए है। वहीं सूरजगढ़ में 19482 तथा नवलगढ़ में 19370 वोटों के नाम कट गए है। इसके अलावा पिलानी में 16770, मंडावा में 12594, उदयपुरवाटी में 16375 तथा खेतड़ी में सबसे कम 11211 वोट कटे है।
वोटों की संख्या में अब भी सूरजगढ़ टॉप पर, पिलानी लुढका
एसआईआर के बाद विधानसभावार वोटों की जो स्थिति सामने आई है। उसमें सर्वाधिक वोटों की सूची में कोई खास फेरबदल नहीं हुआ है। पहले भी सूरजगढ़ में सर्वाधिक 289169 मतदाता थे। अब भी सूरजगढ़ में सर्वाधिक 269687 मतदाता है। लेकिन पिलानी और मंडावा के स्थान में परिवर्तन हुआ है। एसआईआर से पहले पिलानी विधानसभा का वोटों की संख्या में जिले में पांचवा नंबर था। जो अब छठा हो गया है। वहीं मंडावा विधानसभा का छठा नंबर था। जो अब पांचवां हो गया है। पहले सबसे कम मतदाता खेतड़ी में थे। एसआईआर के बाद भी सबसे कम मतदाता खेतड़ी में ही है।
विधानसभावार पहले और अब वोटों की संख्या
पिलानी में पहले 252533 मतदाता थे। जो अब 235763 रह गए है। सूरजगढ़ में पहले 289169 मतदाता थे। जो अब 269687 रह गए है। झुंझुनूं में पहले 278875 मतदाता थे। जो अब 258595 मतदाता रह गए है। मंडावा में पहले 251401 मतदाता थे। जो अब 238807 मतदाता रह गए है। नवलगढ़ में पहले 286660 मतदाता थे। जो अब 267290 मतदाता रह गए है। उदयपुरवाटी में पहले 261732 मतदाता थे। जो अब 245357 मतदाता रह गए है। इसी तरह खेतड़ी विधानसभा में एसआईआर से पहले 227662 मतदाता थे। जो अब 216451 मतदाता रह गए है।
इसलिए काटे गए वोट
पिलानी विधानसभा में कुल 16770 वोट काटे गए। इनमें 3485 मृत, 2275 अनुपस्थित, 10157 स्थानान्तरित, 637 दोहरी प्रविष्ठि तथा 219 अन्य कारण शामिल रहे। सूरजगढ़ विधानसभा में 19482 वोट काटे गए। इनमें 3399 मृत, 2651 अनुपस्थित, 11850 स्थानान्तरित, 1459 दोहरी प्रविष्ठि व 123 अन्य कारण शामिल है। झुंझुनूं विधानसभा में 20280 वोट काटे गए। इनमें 3720 मृत, 4229 अनुपस्थित, 11116 स्थानान्तरित, 1086 दोहरी प्रविष्ठि व 129 अन्य कारण शामिल रहे। मंडावा विधानसभा में 12594 वोट काटे गए। इनमें 1991 मृत, 2107 अनुपस्थित, 8029 स्थानान्तरित, 383 दोहरी प्रविष्ठि तथा 84 अन्य कारण शामिल रहे। नवलगढ़ में 19370 वोट काटे गए। इनमें 4439 मृत, 979 अनुपस्थित, 12505 स्थानान्तरित, 1423 दोहरी प्रविष्ठि व 24 अन्य कारण शामिल रहे। उदयपुरवाटी में 16375 वोट काटे गए। इनमें 3555 मृत, 918 अनुपस्थित, 10903 स्थानान्तरित, 927 दोहरी प्रविष्ठि तथा 72 अन्य कारण शामिल रहे। इसी तरह खेतड़ी विधानसभा में कुल 11211 वोट काटे गए। इनमें 2350 मृत होने के कारण मतदाताओं के नाम काटे गए। जबकि 1369 अनुपस्थित और 7115 स्थायी रूप से अन्य जगह पर स्थानान्तरित होने के कारण वोट काटे। वहीं 328 की दोहरी प्रविष्ठि मिली तथा 49 अन्य कारणों के चलते काटे गए।
मतदान बूथों का आंकड़ा हुआ 2000 के पार
एसआईआर के तहत मतदान केंद्रों का भी पुर्नगठन किया गया है। अब कोई भी मतदान केंद्र ऐसा नहीं है। जहां पर मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक हो। जिसके चलते एसआईआर से पहले जहां जिले में मतदान केंद्रों की संख्या 1741 थी। वो अब बढ़कर 2019 हो गई है। सर्वाधिक 49 मतदान केंद्र उदयपुरवाटी में बढाए गए है। जबकि 46—46 मतदान केंद्रों का पिलानी और झुंझुनूं विधानसभा में इजाफा हुआ है। इसके अलावा सूरजगढ़ में 42, मंडावा में 21, नवलगढ़ में 34 और खेतड़ी में भी 40 मतदान केंद्रों की संख्या बढी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार अब पिलानी में मतदान केंद्रों की संख्या 236 से बढ़कर 282 हो गई है। इसके अलावा सूरजगढ़ में 290 से बढ़कर 332, झुंझुनूं में 249 से बढ़कर 295, मंडावा में 256 से बढ़कर 277, नवलगढ़ में 262 से बढ़कर 296, उदयपुरवाटी में 234 से बढ़कर 283 तथा खेतड़ी में 214 से बढ़कर 254 मतदान केंद्र हो गए है।
32568 मतदाताओं को देने होंगे दस्तावेज
32568 मतदाताओं के परिवारजन अथवा स्वयं का नाम मतदाता सूची वर्ष 2002 में नहीं होने के कारण उनके नाम प्रारूप मतदाता सूची में जोड़े गए है। पर उनको नोटिस अवधि 16 दिसंबर 2025 से सात फरवरी तक के मध्य उनको दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
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