कांग्रेसजनों ने दोनों महान नेताओं को किया नमन, कहा—दोनों ने भारत की एकता और प्रगति को नई दिशा दी
चूरू। अखिल भारतीय सांगलिया धूणी के पीठाधीश्वर ओमदास जी महाराज के सानिध्य में, बाबा खींवादास स्नातकोत्तर महाविद्यालय सांगलिया, सीकर (राजस्थान), मानविकी बहु-अनुशासनिक साहित्य शोध संस्थान, रावतसर (हनुमानगढ़, राजस्थान) एवं चिंतन प्रकाशन, कानपुर (उत्तर प्रदेश) के संयुक्त तत्वावधान में 30–31 अक्टूबर 2025 को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। संगोष्ठी में चूरू एसपी ऑफिस में कार्यरत कांस्टेबल डॉ. भागीरथ मेघवाल को विगत वर्षों में साहित्यिक, सामाजिक एवं मानवीय क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवाओं के आधार पर मानविकी बहु-अनुशासनिक साहित्य शोध संस्थान द्वारा “अंतरराष्ट्रीय साहित्य वाचस्पति पुरस्कार–2025” से सम्मानित किया गया।आपको बता दें कि डॉ. मेघवाल राजनीति विज्ञान में Ph.D हैं तथा वर्तमान में “भारत में मानव तस्करी” विषय पर D.Litt कर रहे हैं। वे सदैव वंचित, असहाय एवं जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए अग्रसर रहे हैं। स्वयं एवं जनसहयोग के माध्यम से अब तक 25 लाख रुपये से भी अधिक आर्थिक सहायता प्रदान कर चुके हैं। एक पर्यावरण प्रेमी के रूप में उन्होंने अपने निजी खर्च से अब तक 5,000 से अधिक पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साथ ही “मिशन मानवता ब्लड हेल्प लाइन, राजस्थान” के माध्यम से हजारों जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवाने का पुण्य कार्य किया है तथा स्वयं भी 31 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं। हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट रचनात्मक योगदान के लिए उन्हें सैकड़ों सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। उनके 50 से अधिक शोध पत्र ISBN/ISSN सहित ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्रकाशित हो चुके हैं। अब तक उनकी 42 से भी अधिक स्वरचित एवं साझा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।










