
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
शहर के चूणा चौक स्थित आशीर्वाद पैलेस में पांचवें दिन मंगलवार को श्रीमद्भागवत कथा में व्यास पीठ से कथावाचक संतश्री हरिशरण जी महाराज ने कथा में श्री कृष्ण की बाललीला में कालिया नाग के साथ युद्ध की कथा सुनाते हुए महाराज जी कहा कि श्री कृष्ण ने अपने सखाओं के साथ यमुना नदी के किनारे गेंद खेलते समय गेंद को यमुना में फेंक दिया था। कृष्ण नदी में कूद गए और उन्होंने कालिया नाग से युद्ध करके उसे हराया और नदी को विषमुक्त किया। उन्होंने बताया कि कालिया नाग ने यमुना नदी पर कब्जा कर लिया था और अपने विष से पानी को जहरीला बना दिया था। जिससे नदी का पानी दूषित हो गया था। कृष्ण ने कालिया नाग को युद्ध में हराया और उसके सिर पर नृत्य किया, जिससे कालिया नाग की हार हुई। कृष्ण ने कालिया नाग को यमुना नदी छोड़कर चले जाने का आदेश दिया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि उसने पीछे मुड़कर देखा तो वह पत्थर बन जाएगा। अन्य बाल लीलाओं में उन्होने माखन चोरी और यशोदा मां के सामने संपूर्ण ब्रह्मांड के दर्शन कराने के प्रसंग का विस्तारपूर्वक विवेचन किया।
माखन चोरी के बारे में बताया कि कैसे कृष्ण गोपियों के घरों से माखन चुराते थे और खाते थे। कथा के दौरान भगवान कृष्ण एवं ग्वाल बाल की सुंदर बाल लीला एवं नेकी फोड़ की जीवंत झांकी सजाई गई जो आकर्षण का केंद्र रही। कथा का शुभारंभ व्यासपीठ पर भागवत पूजन आयोजक तुलस्यान परिवार के स्नेहलता एवं डॉ. डीएन तुलस्यान द्वारा किया गया। श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्थान के तत्वावधान और श्री केशरदेव देवकीनंदन तुलस्यान परिवार की ओर से आयोजित इस भागवत कथा के धार्मिक आयोजन में आशीर्वाद पैलेस हाउसिंग सोसायटी सहित शहर की अन्य धार्मिक—सामाजिक संस्थाएं भी सहयोगी है। आयोजक डॉ. डीएन तुलस्यान ने बताया कि कुलदेवी श्री राणीसती जी दादीजी एवं पितृ कृपा से भागवत कथा के आयोजन में प्रतिदिन दोपहर दो से शाम छह बजे तक भागवत कथा के साथ हर दिन सुबह पांच बजे प्रवचन, सात बजे प्रभात फेरी का आयोजन एवं प्रति दिवस सामाजिक सरोकारों में सेवा कार्य भी किए जा रहे है। प्रति दिवस सुबह प्रभात फेरी एवं कथा समापन से पूर्व इस्कॉन मंदिर के हरिभक्तों की ओर से हरिकीर्तन का आयोजन भी आकर्षण का केंद्र रहा। भागवत पूजन मूलपाठ पंडित संजू के आचार्यत्व में विद्वान पंडितों द्वारा किया गया। शहर के प्रसिद्ध पुष्करजी कैटर्स के हरीश तुलस्यान द्वारा प्रसाद की सुंदर व्यवस्था की गई एवं कथा स्थल को बहुत ही सुंदर रूप से मां भगवती डायमंड आर्ट के आशीष तुलस्यान द्वारा सजाया गया। कथा का समापन आरती पश्चात सभी भक्तों को प्रसाद वितरण के साथ किया गया। इससे पहले कथा में उपस्थित विशिष्ट जनों को संतश्री हरिशरण जी महाराज ने दुपट्टा ओढ़ाकर राधा कृष्ण का प्रतीक चिह्न भेंटकर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर आयोजक तुलस्यान परिवार के केशरदेव तुलस्यान, डॉ. डीएन तुलस्यान, योगेश तुलस्यान, सीए प्रशांत तुलस्यान एवं विहान तुलस्यान, गणेश हलवाई चिड़ावावाला, सीए जिम्मी मोदी, देवकी लुहारुका मलसीसर, पूरणमल अग्रवाल चनाना, श्यामसुंदर टीबड़ा, एडवोकेट संजय शर्मा, अर्जुन वर्मा, कुंजबिहारी वशिष्ठ, अशोक भाट, सुरेश मित्तल, मातादीन टीबड़ा, भरत कुमार तुलस्यान, अनिल केडिया, शिवचरण पुरोहित एवं श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्था के ट्रस्टीज सहित शहर की विभिन्न सामाजिक धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।













