चुरू। जिला मुख्यालय़ पर स्थित चौधरी कुम्भाराम आर्य की प्रतिमा पर रविवार को 30वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सर्व समाज के लोगो ने चौधरी कुम्भाराम आर्य की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रंदाजली दी श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए एडवोकेट आसाराम सैनी ने बताया कि चौधरी कुम्भाराम आर्य ने अपने जीवन मे सर्वसमाज के लिए काम किया तथा कभी भी जीवन मे सता का मोह नही रखा। पूर्व जिला परिषद सदस्य किसान नेता मोहनलाल आर्य ने बताया कि चौधरी कुम्भाराम आर्य ने गृह, चिकित्सा, राजस्व मंत्री रहते हुए किसान, दलित और गरीब के हितो के लिए अनेक कानून बनाये। भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने बताया कि चौधरी कुम्भाराम आर्य ने जमीदारी प्रथा का उन्मूलन करते हुए किसानों को टेनेन्सी एक्ट 1955 में एक लाईन का प्रस्ताव पारित कर जोत किकी-बाव बिकी का आदेश पारित कर किसानो को जमीन का मालिकाना हक दिलाया। जाट महासभा के जिलाध्यक्ष रणवीरसिंह कस्वा ने बताया कि चौधरी कुम्भाराम आर्य किसानो के भगवान थे। इस अवसर पर जाट महासभा के संभाग अध्यक्ष हरफूलसिंह भाम्बू, नायक महासभा जिलाध्यक्ष रणवीरसिंह कस्वा, सैनी समाज जिलाध्यक्ष चानणमल सैनी, चन्द्रमोहन तंवर, श्रवण मेघवाल, साँवरमल मेघवाल, नत्थूराम मेघवाल, चुन्नीनाथ, सुनील माहिच, खींवाराम पाटवाल, शिशपालदास स्वामी, जाट महासभा कोषाध्यक्ष धर्मपाल सहारण, महासचिव रामलाल सहारण, अध्यक्ष रामनिवास भामू, अमरसिंह दनेवा, राजेन्द्र बुडानिया, चेतनराम महिया, गिरधारीलाल सिहाग, साँवरमल बुडानिया, लिछमण न्यौल, किशोर धान्धू, रामकुमार कड़वासरा, हरचन्दराम, शेरखान, किशनाराम बाबल, शमशेर खान, यूनस, किशनाराम बाबल, ओमप्रकाश कस्वां, पूर्व प्रधान अमीलाल, शीशपाल ढाका, दयाचन्द कस्वां, सुरेश आर्य, योगेश ढाका, अजय कस्वां, महेन्द्र, गोपाल ढाका, रामकुमार खिचड़ सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे।











