निकासी व्यवस्था फेल, गंदे पानी में गुजरने को मजबूर राहगीर और वाहन चालक
चूरू। प्रदेशभर में जारी बारिश से जहां मौसम सुहावना हुआ है, वहीं चूरू जिले में यह बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई है। जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह भरे बरसाती पानी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।सोमवार को जिला मुख्यालय पर दो-तीन बार बारिश हुई, जिसमें शाम 4:30 बजे तेज बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक 35.07 एम.एम. बारिश दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।बारिश के बाद शहर के अनेक इलाकों में पानी भर गया, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर लोग फिसलकर चोटिल भी हुए। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही है।शहर की निचली बस्तियों में हालात और भी खराब हैं। कई घरों में बारिश का पानी घुस गया है, जिससे लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। बाबोसा मंदिर वाली गली में तो पिछले एक माह से गंदा पानी जमा है, जिससे वहां के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इसी तरह लोहिया कॉलेज, रेस्ट हाउस के पास, नेचर पार्क के सामने, नया बस स्टैंड, भरतिया अस्पताल के सामने, जौहरी सागर, सुभाष चौक, चांदनी चौक, भाईजी चौक समेत कई प्रमुख स्थानों पर बारिश का पानी जमा है। आमजन लगातार प्रशासन से राहत की उम्मीद लगाए बैठा है, लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से जल्द जल निकासी व्यवस्था को सुधारने और स्थायी समाधान की मांग की है ताकि हर साल बरसात में इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
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