झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
लोकसभा से सांसद माननीय श्री बृजेंद्र सिंह ओला ने शुक्रवार को लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न के माध्यम से महिला एवं बाल कल्याण योजनाओं की जमीनी हकीकत की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। सांसद महोदय ने राजस्थान राज्य में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, आंगनबाड़ी सेवाओं, पोषण अभियान, महिला सशक्तिकरण, और कुपोषण से निपटने वाली योजनाओं की पिछले कुछ वर्षों की जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े किए हैं।
सांसद महोदय ने कहा कि ज़मीनी स्तर पर इन योजनाओं का सही से क्रियान्वयन नही हो रहा है। आंकड़ों की पारदर्शिता न होना इस बात को दर्शाता है कि सरकार इन योजनाओं को लेकर गंभीर नहीं है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) के ताजा आंकड़ों से तुलना करना जरूरी है।
सांसद महोदय ने कहा कि बजट का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है। योजनाएं सिर्फ कागज़ों पर चल रही हैं?
सांसद महोदय ने इसके लिए केंद्र सरकार से पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों का सशक्तिकरण केवल नारों से नहीं बल्कि ठोस कार्यवाही से होगा। राजस्थान जैसे राज्य में जहाँ पोषण, शिक्षा और सुरक्षा की चुनौतियाँ आज विकराल हो रही हैं, वहाँ इस विषय पर राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रशासनिक पारदर्शिता की आवश्यकता है।