गौरीशंकर एंड निर्मला अग्रवाल फाउंडेशन ने कोरोना काल में पिता गंवाने वाली बेटियों को दिया संबल
चूरू। कोरोना महामारी में पिता का साया खो चुकी बेटियों के जीवन में आशा की किरण बनकर उभरी “मेरी बेटी मेरा गौरव” मुहिम का आयोजन चूरू के होटल ग्रैंड शेखावाटी में फादर्स डे के अवसर पर किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन गौरीशंकर एंड निर्मला अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा किया गया, जो पिछले 4 वर्षों से इन बेटियों के बैंक खातों में हर माह ₹1500 की सहयोग राशि जमा कर रहा है।
समर्पण की मिसाल बनी फाउंडेशन की पहल — राजेन्द्र राठौड़
इस अवसर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बेटियों की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। उन्होंने फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जिन बेटियों को जीवन में सहारे की जरूरत थी, फाउंडेशन ने उन्हें शिक्षा के माध्यम से नई दिशा दी। राठौड़ ने गौरीशंकर मंडावेवाला को “निःस्वार्थ सेवा भाव” का प्रतीक बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है इस तरह की संवेदनशील जिम्मेदारी निभाना।
राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि गौरीशंकर मंडावेवाला, जो रेडक्रॉस सोसाइटी के पूर्व राष्ट्रीय सदस्य रह चुके हैं, अनेक प्रेरणादायक सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। उनकी संस्था फाउंडेशन ऑक्सीजन प्लांट, मॉडल करियर सेंटर, स्पोर्ट्स एकेडमी, जरूरतमंद बेटियों की शादी, जैसी अनेक सेवाओं में भी निरंतर सक्रिय है।
“बेटियां दो घरों का नाम रोशन करेंगी” – विधायक सहारण
कार्यक्रम में विधायक हरलाल सहारण ने भी फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि संस्था द्वारा दी जा रही मदद से ये बेटियां न केवल अपने परिवार का, बल्कि समाज और राष्ट्र का भी नाम रोशन करेंगी।
फाउंडेशन की ओर से आत्मीय स्वागत और संकल्प
कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन के संरक्षक गौरीशंकर मंडावेवाला, संरक्षिका निर्मला देवी अग्रवाल, और डायरेक्टर वेणुगोपाल अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बेटियों के लिए जारी इस मुहिम को और सशक्त बनाने का संकल्प दोहराया। इस अवसर पर पवन बगड़िया, आनंद मंडावेवाला, शेरु गोयनका, हरदत्त सहारण, महेंद्र राजगढ़िया, डॉ. प्रमोद बाजोरिया, गुरु गोयनका, रणवीर कस्वां, शेखर झुंझुनूवाला, चेतराम सहारण, लाल सातड़ावाले और संजय खेमका जैसे गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन आर्किटेक्ट अनुराग शर्मा द्वारा किया गया।