जीवन में सकारात्मक सोच के साथ सभी समाज एकजुटता से प्रयास करें, ताकि आगे बढ़कर देश सेवा कर सकें-राठौड़
चूरूः महाराव शेखाजी संस्थान चूरू के तत्वावधान में शेखावाटी के संस्थापक, युगपुरूष महाराव शेखाजी की 537वीं पुण्यतिथि (निर्वाण दिवस) शेखावत कॉलोनी स्थित श्री करणी माता मन्दिर सभागार में संस्थान अध्यक्ष डॉ. अमरसिंह शेखावत की अध्यक्षता में समारोह पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीडीईओ गोविन्द सिंह राठौड़ थे। इस अवसर पर राठौड़ ने क्षत्रिय का इतिहास बताते हुए कहा कि षेखाजी के उच्च संस्कारों को ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि जीवन में सकारात्मक सोच के साथ सभी समाज को एकजुटता से प्रयास करना चाहिए ताकि समाज आगे बढ़कर देश सेवा करता रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखकर संस्कारित करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का षुभारम्भ अतिथियों ने महाराव शेखाजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व पुष्प अर्पित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. अमरसिंह शेखावत ने कहा कि महाराव शेखाजी के मूल्यों को अपने जीवन में ढ़ालने तथा सुसंस्कृति व संस्कार बच्चों को सिखाने की आवश्यकता है। शेखाजी नारी रक्षक, स्वाभिमानी, हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक, बलिदानी, सरल व्यक्तित्व, पराक्रमी, तलवार के धनी और बुद्धि चातुर्य की प्रचुरता आदि सद्गुणों के महामानव थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतपाल सिंह शेखावत ने कहा कि भगवान श्रीरामचन्द्र के वंशज महाराव शेखाजी के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर समाज को संगठित होकर सभी के साथ सामंजस्य रखना चाहिए। वहीं विशिष्ट अतिथि सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन दलीप सिंह राठौड़, कर्नल विक्रम सिंह शेखावत ने महाराव शेखाजी के आदर्शों पर प्रकाश डाला। सेवानिवृत्त एएसपी रामसिंह राठौड़ ने अपनी ओजस्वी कविता पीथल सुनाई। वैद्य विजेन्द्र सिंह राठौड़ ने महाराव शेखाजी की प्रेरणादायक जीवनी पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर गुलाब सिंह, जय सिंह, कमल सिंह राठौड़, रघुवीर सिंह, भागीरथ सिंह, जसवंत सिंह, सम्पत सिंह, रतनसिंह, लादू सिंह, हरिसिंह, उत्तम सिंह, हनुमान सिंह, कुशल सिंह, सम्पत सिंह, हेमसिंह, जुगल सिंह, अरविन्द सिंह, धन्ने सिंह, बलबीर सिंह दुलेरी, राकेश सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्ध जन उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में जलगांव में आतंकवादियों के शिकार हुए मृतकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन कप्तान मदन सिंह ने किया।