विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय समिति तथा राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना की बैठक आयोजित
चूरू । जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार बुधवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश गौतम ने कहा कि अधिकारी उद्योग क्षेत्रों की समस्याओं के निस्तारण में टाइमलाइन का ध्यान रखें। राजस्व संबंधी महत्वपूर्ण मामलों में समुचित और समयबद्ध कार्यवाही हो, ऎसा प्रयास किया जाए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रकरणों के निस्तारण में उद्योग संघों का समुचित सहयोग लें ताकि सामंजस्य के साथ प्रकरणों का उचित निस्तारण हो सके। सभी प्रकरणों में सकारात्मक परिणाम आएं जिससे औद्याोगिक विकास में तेजी आए।
बैठक के दौरान उन्होंने औधोगिक क्षेत्रों में बिजली व जल कनेक्शन, राजस्व, रीको, औधोगिक क्षेत्रों के रख -रखाव एवं विकास कार्यों तथा राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस अवसर पर धर्मेन्द्र बुडानिया ने औद्योगिक क्षेत्र के बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि बैंक एवं संबंधित अधिकारी अपनी कार्यशैली में सुधार करें जिससे उद्योगों का उन्नयन हो। बिजली आपूर्ति में बेहतरी की जरूरत है ताकि औद्योगिक इकाइयों को नुकसान नहीं उठाना पड़े।
औद्योगिक संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि सभी बैंक टर्न आउट टाइमलाइन के अनुसार ऋण आवेदनों का निस्तारण करें।
उद्योग महाप्रबंधक नानुराम गहनोलिया ने सभी प्रकरणों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए प्रभावी कदम उठाने के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि प्रकरणों का निस्तारण सामंजस्य से किया जाएगा जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं रहे।
इस दौरान चूरू तहसीलदार राजेश कुमार, रीको प्रबंधक एसके गुप्ता, विश्वकर्मा उद्योग संघ सचिव अजीत अग्रवाल, सरदारशहर उद्योग संघ के अध्यक्ष शंकरलाल प्रेमानी, चूरू नगरपरिषद आयुक्त अनिता खीचड़, कर आयुक्त शंकुतला शेखावत, डिस्कॉम एसई वीआई परिहार, एलडीएम अमरसिंह, एपीआरओ मनीष कुमार, पीएचईडी के सुशील कुमार, राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के तेजाराम तेतरवाल, रवि जांगिड़, बनवारीलाल जांगिड़ सहित अन्य उपस्थित रहे।