सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने छापर में किया विद्यालय प्रवेश द्वार का लोकार्पण
चूरू। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता एवं आपदा प्रबंधन मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के शैक्षणिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा भामाशाहों को भी आगे आकर शैक्षणिक विकास में अपना योगदान देना चाहिए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री बुधवार को छापर के राजकीय उच्च मा. विद्यालय में बैद एवं बुच्चा परिवार के सहयोग से निर्मित दो प्रवेश द्वारों का लोकार्पण अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्व. टीकमचंद बैद के परिवार एवं भामाशाह माणकचंद बुच्चा परिवार की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में एक भी बालक व बालिका शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने छापर कस्बे के विकास एवं आचार्य महाश्रमण के वर्ष 2020 में होने वाले चातुर्मास के लिए हर संभव सुविधाएं मुहैया करवाने का आश्वासन दिया। उन्होेंने प्रवासी उद्योगपतियों से कहा कि वे छापर में शिक्षा के क्षेत्र में अपना आर्थिक सहयोग प्रदान कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए नये कॉलेज खोले गए हैं। चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। आने वाले कुछ ही समय में राजस्थान देश का पहला व एकमात्र राज्य होगा, जिसके प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि छापर नगरपालिका क्षेत्र के विकास में बजट की कमी नहीं आने दी जायेगी और सड़क, नाली, विद्युत कार्यों सहित आमजन के कार्यों को प्राथमिकता एवं संवेदनशीलता से किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के साथ-साथ आमजन की सुविधा के लिए पानी, बिजली, सड़क, चिकित्सा के क्षेत्र मे नये आयाम स्थापित कर रही है।
प्रधान गणेश ढाका ने समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्र के विकास के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री की लगन को सराहा। विद्याधर बेनीवाल ने कहा कि आमजन को अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का प्रयास करना चाहिए। धर्मेंंद्र कीलका ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा ही सबसे बड़ी ताकत है, यह बात विद्यार्थियों को समझनी चाहिए।
इस अवसर पर हाई स्कूल बिल्डिंग समिति के अध्यक्ष प्रदीप सुराणा ने बताया कि विद्यालय में 2-2 लाख रुपये की लागत से स्व. टीकमचंद बैद परिवार एवं माणकचंद बुच्चा परिवार की ओर से प्रवेश द्वारों का निर्माण करवाया गया है। लोकार्पण समारोह में भामाशाह माणकचंद बुच्चा, राजेन्द्र बैद, चैनरूप बैद, नरपत मालू, नानगराम तापड़िया, चैनरूप दायमा, रेखाराम गोदारा, प्रधानाध्यापक देवाराम सिद्ध व भगवती वर्मा, शिक्षा अधिकारी श्यामासिंह,, विधाधर बेनीवाल, धर्मेन्द्र कीलका, यश बैद सहित भामाशाह परिवार, जनप्रतिनिधि एवं आम नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शुभकरण प्रजापत ने किया।