स्मार्ट सिटी के लिए ध्वजवाहक बने विश्वविद्यालय – राज्यपाल

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स्मार्ट सिटी

राजस्थान पहला राज्य जहां विश्वविद्यालयों को स्मार्ट सिटी योजना से जोडा जायेगा

समारोह में 36 हजार 698 विद्यार्थियों को मिली उपाधि, 24 को स्वर्ण पदक

जयपुर। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने कहा है कि कोटा के सभी विश्वविद्यालय स्मार्ट सिटी की कामयाबी में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें। उन्होंने कहा कि मिशन की सफलता में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले और ध्वजवाहक की भूमिका निभाएं। श्री सिंह ने कहा कि यह गौरव की बात है कि कोटा को भारत सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया है।
श्री सिंह बुधवार को कोटा के यूआईटी ऑडिटोरियम में आयोजित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में दीक्षार्थियों को पदक एवं डिग्रियां प्रदान की। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय तकनीकी ज्ञान एवं मानवीय संसाधन कोटावासियों को उपलब्ध करावें।
राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप शोध आधारित तकनीक एवं ज्ञान, विश्वविद्यालय इम्पलिमेन्टिग एजेन्सीज को उपलब्ध करायें ताकि सरलता, सुगमता एवं समयशीलता के अंतर्गत स्मार्ट सिटी के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्मार्ट एनर्जी, स्मार्ट एन्वायरमेन्ट, स्मार्ट एज्यूकेशन, स्मार्ट हैल्थ केयर, स्मार्ट बिल्डिंग, स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन, स्मार्ट आई.टी. एवं कम्यूनिकेशन जैसे सात क्षेत्रों में कोटा तकनीकी विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभाने में सक्षम है। श्री सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालयों में गांवों को गोद लेकर स्मार्ट विलेज बनाने की योजना पहले से चल रही है। उस अनुभव को वे स्मार्ट सिटी योजना के क्रियान्वयन में इस्तेमाल करें तथा विश्वविद्यालय में स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ का गठन कर सक्रिय सहयोग दें। कुलाधिपति एवं राज्यपाल के आह्वान के साथ ही राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है, जहां विश्वविद्यालयों को स्मार्ट सिटी योजना से जोडा गया है।
राज्यपाल ने कहा कि युवा भविष्य के निर्माता हैं। व्यवहारिक जीवन में अनेक कठिनाईयां आयेंगी। कभी निराश नहीं हों। महापुरूषों की जीवनी से शिक्षा लेकर आगे बढें। युवा शक्ति एवं तकनीकी की बदौलत आज देश सीना तानकर खडा है। देश-दुनियां में हमें भारत को शिक्षा व तकनीकी के क्षेत्र में विश्व शक्ति के रूप में खडा करना होगा। उन्होंने युवाओं को अनुशासन के साथ देश-दुनियां में परिवर्तन का संवाहक बनने का आह्वान किया।
उच्च, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि देश की प्रगति में इंजीनियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे जहां भी कार्य करें पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी के साथ देश के विकास में भागीदार बनें।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के चैयरमेन प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने कहा कि तकनीकी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, उनका लाभ लेते हुए औद्योगिक विकास, रिसर्च, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क एवं सुविधाओं के विकास में इंजिनियर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। कुलपति प्रो. एन.पी.कौशिक ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समारोह में सत्र 2016 में उत्तीर्ण 36 हजार 698 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। पांच छात्रों को पीएच. डी. की उपाधि प्रदान की गई। उत्कृष्ट विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किये। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगीत का बटन दबाकर शुभारंभ किया।

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