इस बार पशुपालकों को मिल रहा है तुरंत बीमा सर्टिफिकेट

झुंझुनूं I अजीत जांगिड़
इस बार मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना में पशुओं का बीमा करवाने के लिए पशुपालकों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पिछली बार की कमियों को दुरूस्त करते हुए सरकार ने पशुपालकों को तुरंत ही बीमा सर्टिफिकेट देने का कार्यक्रम बना लिया है। जिसके बाद पशुपालकों में उत्साह है। दरअसल 21 नवंबर से प्रदेश में मंगला पशु बीमा योजना का दूसरा चरण शुरू किया गया है। जिसके तहत एक दिसंबर से झुंझुनूं जिले में राजस्व गांव और वार्डवार कैंपों का आयोजन किया गया है। इसी क्रम में सोमवार को आबूसर गांव में कैंप का आयोजन किया गया। जिसका निरीक्षण पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. शिवकुमार सैनी ने किया। संयुक्त निदेशक डॉ. शिवकुमार सैनी ने पशुपालकों के रजिस्ट्रेशन से लेकर उन्हें सर्टिफिकेट दिए जाने की पूरी प्रक्रिया की धरातली सच्चाई देखी और टीम को निर्देशित किया कि बिना कोई देरी के पशुपालकों के दुधारू पशुओं का बीमा किया जाए। डॉ. सैनी ने बताया कि पिछली बार पहले चरण में जिले में करीब 46 हजार से ज्यादा पशुओं का बीमा किया गया था। लेकिन कुछ ऐसे पशुओं का बीमा भी हो गया। जो दुधारू नहीं थे। इस योजना में सिर्फ दुधारू पशुओं का ही बीमा होना है। इस बार जिले को 50 हजार 100 पशुओं का लक्ष्य दिया गया है। जिनमें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पशुओं का बीमा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार पशु का हेल्थ सर्टिफिकेट और सर्वे की टीम को एक साथ ही लगाया गया है। ताकि पशु का पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचकर जब हेल्थ सर्टिफिकेट जारी की। उसी वक्त सर्वे का काम कर रही कंपनी तुरंत सर्वे पूरा कर बीमा कंपनी को रिपोर्ट कर दे। सर्वे कंपनी की रिपोर्ट के तुरंत बाद ही सर्टिफिकेट जारी हो रहे है। इस बार पशुपालकों को बीमा सर्टिफिकेट के लिए कोई इंतजार नहीं करना पड़ा। उन्होंने बताया कि अप्रेल माह तक के कैंपों की शेड्यूलिंग की गई है। लेकिन 50 हजार 100 का आवंटित लक्ष्य इससे पहले ही पूरा करने के लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को अलग—अलग जिम्मेदारियां दी गई है।
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