राजस्थान शिक्षक संघ (अंबेडकर) के आह्वान पर चूरू में शिक्षकों का विरोध, कहा—SIR में प्रताड़ना से चरमराई शिक्षा व्यवस्था
चूरू। राजस्थान शिक्षक संघ (अंबेडकर) के प्रांतीय आह्वान पर आज चूरू जिला इकाई द्वारा जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। जिला मंत्री राकेश कुमार ने बताया कि जिलाध्यक्ष शिवाराम मेघवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहुंचे शिक्षकों ने SIR अभियान के दौरान हो रही अनियमितताओं एवं दबाव को लेकर गंभीर चिंता जताई।ज्ञापन में संघ ने आरोप लगाया कि गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) के दौरान बीएलओ ड्यूटी में शिक्षकों पर अव्यवहारिक और अत्यधिक लक्ष्य थोपे जा रहे हैं, जिससे शिक्षकों का मानसिक और शारीरिक शोषण हो रहा है। लगातार दबाव के कारण शिक्षक अपनी मूल शैक्षणिक भूमिका से दूर हो रहे हैं, जिससे विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।शिक्षकों ने बताया कि इसी प्रताड़ना का भीषण परिणाम जयपुर के शिक्षक मुकेश जांगिड़ की आत्महत्या के रूप में सामने आया, जिन्होंने SIR के असहनीय दबाव को जिम्मेदार ठहराया था। संघ ने मृतक परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग रखी है।ज्ञापन में यह भी कहा गया कि परीक्षा अवधि में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति से स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था गंभीर रूप से बाधित हो रही है तथा परीक्षा संचालन के लिए मानव संसाधन की भारी कमी बनी हुई है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों का भविष्य प्रभावित हो रहा है।संघ ने RTE नियमों का हवाला देते हुए शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से पूर्णत: मुक्त करने और निर्वाचन विभाग द्वारा इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की।इस अवसर पर प्रदेश संगठन मंत्री प्रह्लाद रॉय, शीशराम माहिच, मोहनलाल अर्जुन, हंसराज सांवा, अजाक अध्यक्ष राजकुमार चिड़दिया, गणेश कुमार गहनोलिया, रमेश पूनिया, प्रदीप थालौड़, संदीप सर्वा, ओमप्रकाश सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।संघ ने चेतावनी दी कि यदि सरकार व विभाग ने समय रहते शिक्षकों की समस्याओं पर गंभीरता नहीं दिखाई, तो आंदोलन को और अधिक तेज किया जाएगा।
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